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Category Archives: SELF / स्वयं /અંગત

गज़ब का संदेश


किसी समय दुनिया के सबसे धनवान व्यक्ति बिल गेट्स से किसी न पूछा – ‘क्या इस धरती पर आपसे भी अमीर कोई है ?
बिल गेट्स ने जवाब दिया – हां, एक व्यक्ति इस दुनिया में मुझसे भी अमीर है.
कौन —!!!!!

बिल गेट्स ने बताया –

एक समय में जब मेरी प्रसिद्धि और अमीरी के दिन नहीं थे, न्यूयॉर्क एयरपोर्ट पर था.. वहां सुबह सुबह अखबार देख कर, मैंने एक अखबार खरीदना चाहा,पर मेरे पास खुदरा पैसे नहीं थे.. सो, मैंने अखबार लेने का विचार त्याग कर उसे वापस रख दिया.. अखबार बेचने वाले काले लड़के ने मुझे देखा, तो मैंने खुदरा पैसे/सिक्के न होने की बात कही.. लड़के ने अखबार देते हुए कहा – यह मैं आपको मुफ्त में देता हूँ.. बात आई-गई हो गई.. कोई तीन माह बाद संयोगवश उसी एयरपोर्ट पर मैं फिर उतरा और अखबार के लिए फिर मेरे पास सिक्के नहीं थे. उस लड़के ने मुझे फिर से अखबार दिया, तो मैंने मना कर दिया. मैं ये नहीं ले सकता.. उस लड़के ने कहा, आप इसे ले सकते हैं,मैं इसे अपने प्रॉफिट के हिस्से से दे रहा हूँ.. मुझे नुकसान नहीं होगा. मैंने अखबार ले लिया……

19 साल बाद अपने प्रसिद्ध हो जाने के बाद एक दिन मुझे उस लड़के की याद आयी और मैन उसे ढूंढना शुरू किया. कोई डेढ़ महीने खोजने के बाद आखिरकार वह मिल गया.

मैंने पूछा – क्या तुम मुझे पहचानते हो ?
लड़का – हां, आप मि. बिल गेट्स हैं.
गेट्स – तुम्हे याद है, कभी तुमने मुझे फ्री में अखबार दिए थे ?
लड़का – जी हां, बिल्कुल.. ऐसा दो बार हुआ था..
गेट्स- मैं तुम्हारे उस किये हुए की कीमत अदा करना चाहता हूँ.. तुम अपनी जिंदगी में जो कुछ चाहते हो, बताओ, मैं तुम्हारी हर जरूरत पूरी करूंगा..
लड़का – सर, लेकिन क्या आप को नहीं लगता कि, ऐसा कर के आप मेरे काम की कीमत अदा नहीं कर पाएंगे..
गेट्स – क्यूं ..!!!
लड़का – मैंने जब आपकी मदद की थी, मैं एक गरीब लड़का था, जो अखबार बेचता था..
आप मेरी मदद तब कर रहे हैं, जब आप इस दुनिया के सबसे अमीर और सामर्थ्य वाले व्यक्ति हैं.. फिर, आप मेरी मदद की बराबरी कैसे करेंगे…!!!

बिल गेट्स की नजर में, वह व्यक्ति दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति से भी अमीर था, क्योंकि—–
“किसी की मदद करने के लिए, उसने अमीर होने का इंतजार नहीं किया था “….

इसलिए हमारे दोस्तो जहाँ भी मौका मिले मदद करते चलो ।

 

महामृत्युंजय मंत्र की रचना कैसे हुई?


शिवजी के अनन्य भक्त मृकण्डु ऋषि संतानहीन होने के कारण दुखी थे । विधाता ने उन्हें संतान योग नहीं दिया था ।
मृकण्डु  ऋषि ने सोचा कि महादेव संसार के सारे विधान बदल सकते हैं । इसलिए क्यों न भोलेनाथ को प्रसन्नकर यह विधान बदलवाया जाए ।

मृकण्डु ऋषि ने घोर तप किया । भोलेनाथ मृकण्डु ऋषि के तप का कारण जानते थे । इसलिए उन्होंने शीघ्र दर्शन न दिया । लेकिन भक्त की भक्ति के आगे भोले झुक ही जाते हैं ।

महादेव प्रसन्न हुए , उन्होंने ऋषि को कहा कि मैं विधान को बदलकर तुम्हें पुत्र का वरदान दे रहा हूं , लेकिन इस वरदान के साथ हर्ष के साथ विषाद भी होगा ।

भोलेनाथ के वरदान से मृकण्ड ऋषि को पुत्र हुआ जिसका नाम मार्कण्डेय पड़ा । ज्योतिषियों ने मृकण्डु ऋषि को बताया कि यह विलक्ष्ण बालक अल्पायु है. इसकी उम्र केवल 12 वर्ष है ।

मृकण्डु ऋषि का हर्ष विषाद में बदल गया । मृकण्ड ऋषि ने अपनी पत्नी को आश्वत किया- जिस ईश्वर की कृपा से संतान हुई है वही भोले इसकी रक्षा करेंगे । भाग्य को बदल देना उनके लिए सरल कार्य है ।

मार्कण्डेय बड़े होने लगे तो पिता ने उन्हें शिवमंत्र की दीक्षा दी । मार्कण्डेय की माता बालक के उम्र बढ़ने से चिंतित रहती थी । उन्होंने मार्कण्डेय को अल्पायु होने की बात बता दी ।

मार्कण्डेय ने निश्चय किया कि माता-पिता के सुख के लिए उसी सदाशिव भगवान से दीर्घायु होने का वरदान लेंगे जिन्होंने जीवन दिया है । बारह वर्ष पूरे होने को आए थे ।

मार्कण्डेय ने शिवजी की आराधना के लिए महामृत्युंजय मंत्र की रचना की और शिव मंदिर में बैठकर इसका अखंड जाप करने लगे ।

“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥”

समय पूरा होने पर यमदूत उन्हें लेने आए. यमदूतों ने देखा कि बालक महाकाल की आराधना कर रहा है । तो उन्होंने थोड़ी देर प्रतीक्षा की. मार्केण्डेय ने अखंड जप का संकल्प लिया था ।

यमदूतों का मार्केण्डेय को छूने का साहस न हुआ और लौट गए । उन्होंने यमराज को बताया कि वे बालक तक पहुंचने का साहस नहीं कर पाए ।

इस पर यमराज ने कहा कि मृकण्ड ऋषि के पुत्र को मैं स्वयं लेकर आऊंगा । यमराज मार्कण्डेय के पास पहुंच गए ।

बालक मार्कण्डेय ने यमराज को देखा तो जोर-जोर से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग से लिपट गया ।

यमराज ने बालक को शिवलिंग से खींचकर ले जाने की चेष्टा की तभी जोरदार हुंकार से मंदिर कांपने लगा. एक प्रचण्ड प्रकाश से यमराज की आंखें चुंधिया गईं ।

शिवलिंग से स्वयं महाकाल प्रकट हो गए. उन्होंने हाथों में त्रिशूल लेकर यमराज को सावधान किया और पूछा तुमने मेरी साधना में लीन भक्त को खींचने का साहस कैसे किया?

यमराज महाकाल के प्रचंड रूप से कांपने लगे । उन्होंने कहा – प्रभु मैं आप का सेवक हूं. आपने ही जीवों से प्राण हरने का निष्ठुर कार्य मुझे सौंपा है ।

भगवान चंद्रशेखर का क्रोध कुछ शांत हुआ तो बोले- मैं अपने भक्त की स्तुति से प्रसन्न हूं और मैंने इसे दीर्घायु होने का वरदान दिया है. तुम इसे नहीं ले जा सकते ।

यम ने कहा- प्रभु आपकी आज्ञा सर्वोपरि है । मैं आपके भक्त मार्कण्डेय द्वारा रचित महामृत्युंजय का पाठ करने वाले को त्रास नहीं दूंगा ।

महाकाल की कृपा से मार्केण्डेय दीर्घायु हो गए । उवके द्वारा रचित महामृत्युंजय मंत्र काल को भी परास्त करता है । सोमवार को महामृत्युंजय का पाठ करने से शिवजी की कृपा होती है और कई असाध्य रोगों, मानसिक वेदना से राहत मिलती है.:!

 

​कछुआ और खरगोश की नयी  कहानी जो आपने कभी नहीं सुनी होगी ।


आपने कछुए और खरगोश की कहानीज़रूर सुनी होगी, just
to remind you; short में यहाँ बता देता हूँ:
एक बार खरगोश को अपनी तेज चाल पर घमंड हो गया और

वो जो मिलता उसे रेस लगाने के लिए challenge करता

रहता। 

         कछुए ने उसकी चुनौती स्वीकार कर ली।

रेस हुई। खरगोश तेजी से भागा और काफी आगे जाने पर

पीछे मुड़ कर देखा, कछुआ कहीं आता नज़र नहीं आया, उसने

मन ही मन सोचा कछुए को तो यहाँ तक आने में बहुत समय

लगेगा, चलो थोड़ी देर आराम कर लेते हैं, और वह एक पेड़ के

नीचे लेट गया। लेटे-लेटे कब उसकी आँख लग गयी पता ही

नहीं चला।

उधर कछुआ धीरे-धीरे मगर लगातार चलता रहा। बहुत देर

बाद जब खरगोश की आँख खुली तो कछुआ फिनिशिंग

लाइन तक पहुँचने वाला था। खरगोश तेजी से भागा,

लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और कछुआ रेस जीत

गया।
_Moral of the story: Slow and steady wins the race_

_धीमा और लगातार चलने वाला रेस जीतता है_
        ये कहानी तो हम सब जानते हैं, अब आगे की कहानी देखते

हैं:

रेस हारने के बाद खरगोश निराश हो जाता है, वो अपनी

हार पर चिंतन करता है और उसे समझ आता है कि वो over-

confident होने के कारण ये रेस हार गया…उसे अपनी

मंजिल तक पहुँच कर ही रुकना चाहिए था।

अगले दिन वो फिर से कछुए को दौड़ की चुनौती देता है।

कछुआ पहली रेस जीत कर आत्मविश्वाश से भरा होता है

और तुरंत मान जाता है।

रेस होती है, इस बार खरगोश बिना रुके अंत तक दौड़ता

जाता है, और कछुए को एक बहुत बड़े अंतर से हराता है।
_Moral of the story: Fast and consistent will always beat the slow and steady_ 

_तेज और लगातार चलने वाला धीमे और लगातार चलने वाले से हमेशा जीत जाता है।_

*यानि slow and steady होना अच्छा है लेकिन fast and consistent होना और भी अच्छा है*
कहानी अभी बाकी है जी….
इस बार कछुआ कुछ सोच-विचार करता है और उसे ये बात

समझ आती है कि जिस तरह से अभी रेस हो रही है वो

कभी-भी इसे जीत नहीं सकता।

वो एक बार फिर खरगोश को एक नयी रेस के लिए चैलेंज

करता है, पर इस बार वो रेस का रूट अपने मुताबिक रखने

को कहता है। खरगोश तैयार हो जाता है।

रेस शुरू होती है। खरगोश तेजी से तय स्थान की और

भागता है, पर उस रास्ते में एक तेज धार नदी बह रही होती

है, बेचारे खरगोश को वहीँ रुकना पड़ता है। कछुआ धीरे-

धीरे चलता हुआ वहां पहुँचता है, आराम से नदी पार करता

है और लक्ष्य तक पहुँच कर रेस जीत जाता है।

_Moral of the story: Know your core competencies and work accordingly to succeed_ 

_पहले अपनी strengths को जानो और उसके मुताबिक काम करो जीत ज़रुर मिलेगी_
कहानी अभी भी बाकी है जी …..
इतनी रेस करने के बाद अब कछुआ और खरगोश अच्छे दोस्त

बन गए थे और एक दुसरे की ताकत और कमजोरी समझने लगे

थे। दोनों ने मिलकर विचार किया कि अगर हम एक दुसरे

का साथ दें तो कोई भी रेस आसानी से जीत सकते हैं।

इसलिए दोनों ने आखिरी रेस एक बार फिर से मिलकर

दौड़ने का फैसला किया, पर इस बार as a competitor

नहीं बल्कि संघठित होकर काम करने का निश्चय लिया।

दोनों स्टार्टिंग लाइन पे खड़े हो गए….get set go…. और

तुरंत ही खरगोश ने कछुए को ऊपर उठा लिया और तेजी से

दौड़ने लगा। दोनों जल्द ही नहीं के किनारे पहुँच गए। अब

कछुए की बारी थी, कछुए ने खरगोश को अपनी पीठ

बैठाया और दोनों आराम से नदी पार कर गए। अब एक

बार फिर खरगोश कछुए को उठा फिनिशिंग लाइन की

ओर दौड़ पड़ा और दोनों ने साथ मिलकर रिकॉर्ड टाइम

में रेस पूरी कर ली। दोनों बहुत ही खुश और संतुष्ट थे, आज से

पहले कोई रेस जीत कर उन्हें इतनी ख़ुशी नहीं मिली थी।

_Moral of the story: 

संगठित कार्य हमेशा व्यक्तिगत प्रदर्शन से बेहतर होता है_

*Individually चाहे आप जितने बड़े performer हों लेकिन अकेले दम पर हर मैच नहीं जीता सकते अगर लगातार जीतना है तो आपको संघठन में काम करना सीखना होगा, आपको अपनी काबिलियत के आलावा दूसरों की ताकत को भी समझना होगा। और जब जैसी situation हो, उसके हिसाब से संघठन की strengths को use करना होगा*

 

‘લાઇફ લેસન !’


આજે ઘણાં દિવસો પછી બ્લોગ પર આવ્યો છું, હમણાં ઘણી મુશ્કેલીઓ માં અને હતાશા ની ખાઈ માં હતો, પણ આજે સવારે ગુજરાત સમાચાર ની પુરતી (શતદલ ) માં મારા પસંદીદા લેખકોમાંના એક એવા જય વસાવડા નો એક લેખ વાંચ્યો , જેમાં એને મારા ફેવરીટ કલાકાર શાહરૂખ ખાન ની એક સ્પીચ નો ઉલ્લેખ કર્યો જેમાં વિદ્યાર્થીઓ ને પ્રોત્સાહન આપવા માટે ની વાત હતી. પણ હકીકત માં એ બધી જ વાત દરેક માણસ ને લાગુ પડે નહીં કે ખાલી વિદ્યાર્થીઓ ને.

લેખ વાંચી ને તરત જયભાઈ ને whatsapp પર મેં થેન્કયુ નો મેસેજ કર્યો અને એમની પરવાનગી લઇને તમારા લોકો માટે એ લેખ ની લીંક  અહી શેર કરું છું… તમને પણ જયારે એમ લાગે કે તમે હતાશ છો, ત્યારે આ લેખ એક વાર જરૂર વાંચજો, મને આજે નવું જોમ પ્રદાન કર્યું છે આ લેખે અને એ માટે હું શાહરૂખ ખાન નો અને જાય વસાવડા નો ખુબ ખુબ આભારી છું.

એ લેખ વાંચવા માટે અહી ક્લિક કરો.

 

कलाम की कलम से


डॉ. अब्दुल कलाम के शब्द…

Quote 1 : इससे पहले की सपने सच हो आपको सपने देखने होंगे।

Quote 2 : सपना वो नहीं है जो आप नींद में देखे, सपने वो है जो आपको नींद ही नहीं आने दे।

Quote 3 : इंतज़ार करने वालो को सिर्फ उतना ही मिलता है, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते है।

Quote 4 : एक अच्छी पुस्तक हज़ार दोस्तों के बराबर होती है जबकि एक अच्छा दोस्त एक लाइब्रेरी (पुस्तकालय) के बराबर होता है.

Quote 5 : जीवन में कठिनाइयाँ हमे बर्बाद करने नहीं आती है, बल्कि यह हमारी छुपी हुई सामर्थ्य और शक्तियों को बाहर निकलने में हमारी मदद करती है, कठिनाइयों को यह जान लेने दो की आप उससे भी ज्यादा कठिन हो।

Quote 6 : आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत, असफलता नामक बिमारी को  मारने के लिए सबसे बढ़िया दवाई है। ये आपको एक सफल व्यक्ति बनाती है।

Quote 7 : देश का सबसे अच्छा दिमाग, क्लास रूम की आखरी बेंचो पर मिल सकता है।

Quote 8 : आप अपना भविष्य नहीं बदल सकते पर आप अपनी आदते बदल सकते है और निश्चित रूप से आपकी आदते आपका फ्यूचर बदल देगी।

Quote 9 : अपने जॉब से प्यार करो पर अपनी कम्पनी से प्यार मत करो क्योकि आप नहीं जानते की कब आपकी कम्पनी आपको प्यार करना बंद कर दे।

Quote 10 : अपनी पहली सफलता के बाद विश्राम मत करो क्योकि अगर आप दूसरी बार में असफल हो गए तो बहुत से होंठ यह कहने के इंतज़ार में होंगे की आपकी पहली सफलता केवल एक तुक्का थी।

Quote 11 : किसकी को हराना बहुत आसान है लेकिन किसी को जितना बहुत आसान है।

Quote 12 : यदि आप अपनी ड्यूटी को सैल्यूट करोगे तो आपको किसी भी व्यक्ति को सैल्यूट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन यदि आप अपनी ड्यूटी को पोल्यूट करेंगे तो आपको हर किसी को सैल्यूट करना पडेगा।

Quote 13 : महान सपने देखने वालो के महान सपने हमेशा पुरे होते है।

Quote 14 : जब हमारे सिग्नेचर (हस्ताक्षर), ऑटोग्राफ में बदल जाए तो यह सफलता की निशानी है।

Quote 15 : सफलता की कहानियां मत पढ़ो उससे आपको केवल एक सन्देश मिलेगा। असफलता की कहानियां पढ़ो उससे आपको सफल होने के कुछ आइडियाज (विचार) मिलेंगे।

Quote 16 : ब्लैक कलर भावनात्मक रूप से बुरा होता है लेकिन हर ब्लैक बोर्ड विधार्थियों की जिंदगी ब्राइट बनाता है।

Quote 17 : शिखर पर पहुँचने के लिए सामर्थ्य चाहिए। फिर वो चाहे माउंट एवेरेस्ट का शिखर हो या आपके केरियर का।

Quote 18 : मैं एक हैंडसम इंसान नहीं हूँ लेकिन मैं  अपना हैंड उस किसी भी व्यक्ति को दे सकता हूँ जिसको की मदद की जरूरत है। सुंदरता हृदय में होती है, चेहरे में नहीं।

Quote 19 : नकली सुख की बजाय ठोस उपलब्धियों के पीछे समर्पित रहिये।

Quote 20 : अपने मिशन में कामयाब होने के लिए, आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा।

Quote 21 : एक मुर्ख जीनियस बन सकता है यदि वो समझता है की वो मुर्ख है लेकिन एक जीनियस मुर्ख बन सकता है यदि वो समझता है की वो जीनियस है।

Quote 22 : बारिश की दौरान सारे पक्षी आश्रय की तलाश करते है लेकिन बाज़ बादलों के ऊपर उडकर बारिश को ही अवॉयड कर देते है। समस्याए कॉमन है, लेकिन आपका एटीट्यूड इनमे डिफरेंस पैदा करता है।

Quote 23 : कभी कभी कक्षा से बंक मारकर दोस्तों के साथ मस्ती करना अच्छा होता है, क्योंकि आज जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूँ तो ये सिर्फ हंसाता ही नहीं है, बल्कि अच्छी यादे भी देता है।

Quote 24 : प्रशन पूछना, विधार्थियों की सभी प्रमुख विशेषताओ में से एक है। इसलिए छात्रों सवाल पूछों।

Quote 25 : मेरे लिए नकारात्मक अनुभव जैसी कोई चीज़ नहीं है।

Quote 26 : जिंदगी और समय, विशव के दो सबसे बड़े अध्यापक है। ज़िंदगी हमे समय का सही उपयोग करना सिखाती है जबकि समय हमे ज़िंदगी की उपयोगिता बताता है।

Quote 27 : जब हम दैनिक समस्याओ से घिरे रहते है तो हम उन अच्छी चीज़ों को भूल जाते है जो की हम में है।

Quote 28 : इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योकि सफलता का आनंद उठाने के लिए ये जरूरी है।

Quote 29 : मैं हमेशा इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था कि मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता।

Quote 30 : जो लोग आधे अधूरे मन से कोई काम करते है उन्हें आधी अधूरी, खोकली सफलता मिलती है जो चारो और कड़वाहट भर देती है।

Quote 31 : हमे प्रयत्न करना नहीं छोड़ना चाहिए और समस्याओ से नहीं हारना चाहिए।

Quote 32 : मेरा यह सन्देश विशेष रूप से युवाओ के लिए है। उनमे अलग सोच रखने का साहस, नए रास्तो पर चलने का साहस, आविष्कार करने का साहस होना चाहिए। उन्हें समस्याओ से लड़ना और उनसे जीतना आना चाहिए। ये सभी महान गुण है और युवाओ को इन गुणों को अपनाना चाहिए।

Quote 33 : हर सुबह पांच बाते अपने आप से बोलो
१  मैं सबसे अच्छा हूँ।
२ मैं यह कर सकता हूँ।
३  भगवान हमेशा मेरे साथ है।
४ मैं एक विजेता हूँ।
५  आज का दिन मेरा दिन है।

Quote 34 : युवाओ के लिए सन्देश
ज़िंदगी में लक्ष्य तय करना
ज्ञान को प्राप्त करना
कठिन मेहनत करना
अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहना.

Quote 35 : थ्री एक्सीलेंट आन्सवर
सफलता का रहस्य क्या है ?
सही निर्णय
आप सही निर्णय कैसे लेते है ? अनुभव से
आप अनुभव कैसे प्राप्त करते है ? गलत निर्णय से.

Quote 36 : आइये हम अपने आज का बलिदान कर दें ताकि हमारे बच्चों का कल बेहतर हो सके।

Quote 37 : कृत्रिम सुख की बजाये ठोस उपलब्धियों के पीछे समर्पित रहिये।

Quote 38 : चूँकि हम सब भगवान के पुत्र है इसलिए हम हर उस चीज़ से बड़े है जो हममे हो सकती है।

Quote 39 : यदि हम सवतंत्र नहीं है तो कोई भी हमारा आदर नहीं करेगा।

Quote 40 : अंग्रेजी आवश्यक है क्योंकि वर्तमान में विज्ञान के मूल काम अंग्रेजी में हैं। मेरा विश्वास है कि अगले दो दशक में विज्ञान के मूल काम हमारी भाषाओँ में आने शुरू हो जायेंगे, तब हम जापानियों की तरह आगे बढ़ सकेंगे।

Quote 41 : जीवन एक कठिन खेल है। आप इस जन्मसिद्ध अधिकार को केवल एक व्यक्ति बनकर ही जीत सकते है।

Quote 42 : मुझे बताइए , यहाँ का मीडिया इतना नकारात्मक क्यों है? भारत में हम अपनी अच्छाइयों, अपनी उपलब्धियों को दर्शाने में इतना शर्मिंदा क्यों होते हैं? हम एक माहान राष्ट्र हैं।  हमारे पास ढेरों सफलता की गाथाएँ हैं, लेकिन हम उन्हें नहीं स्वीकारते। क्यों?

Quote 43 : भारत में हम बस मौत, बीमारी , आतंकवाद और अपराध के बारे में पढ़ते हैं।

Quote 44 : इसका मतलब है, जो लोग उच्च और जिम्मेदार पदों पर है, अगर वे धर्म के खिलाफ जाते है, तो धर्म ही एक विध्वंसक के रूप में तब्दील हो जाएगा।

Quote 45 : हम एक राष्ट्र के रूप में विदेशी चीज़ों से लगाव क्यों कर रहे है ? क्या यह हमारे औपनिवेशिक युग की एक विरासत है। हम विदेशी टीवी सेट खरीदना चाहते है। हम विदेशी शर्ट पहनना चाहते है। हम विदेशी प्रौधोगिकी खरीदना चाहते है, सब कुछ आयात करने का यह कैसा जुनून है ?

Quote 46 : दुनिया की आबादी के लगभग आधे लोग ग्रामीण क्षेत्रों में और ज्यादातर गरीबी की हालत में रहते है। मानव विकास में इस तरह की असमानता ही दुनिया में अशांति और हिंसा के प्राथमिक कारणों में से एक है।

Quote 47 : किसी भी धर्म में किसी धर्म को बनाए रखने और बढाने के लिए दूसरों को मारना नहीं बताया गया।

Quote 48 : जब तक भारत दुनिया में अपने कदमो पर खड़ा नहीं है, तब तक हमे कोई आदर नहीं करेगा। इस दुनिया में डर के लिए कोई जगह नहीं है। केवल ताकत ही ताकत का सम्मान करती है।

Quote 49 : भारत को अपनी ही छाया चाहिए, और हमारे पास स्वयं के विकास का प्रतिरूप होना चाहिए।

Quote 50 : हमे करोडो लोगो के देश की तरह सोचना और कार्य करना चाहिए न की लाखो लोगो के देश की तरह।  सपना, सपना, सपना !

#Kalam

 

श्री हनुमान चालीसा अर्थ सहित.


श्री गुरु चरण सरोज रज,निज मन मुकुरु सुधारि।
बरनऊँ रघुवर बिमल जसु,जो दायकु फल चारि।
《अर्थ》→ शरीर गुरु महाराज के चरण
कमलों की धूलि से अपने मन रुपी दर्पण को पवित्र
करके श्री रघुवीर के निर्मल यश का वर्णन
करता हूँ,जो चारों फल धर्म,अर्थ,काम और मोक्ष
को देने वाला हे।★
•••••••••••••••••••••••••••••
बुद्धिहीन तनु जानिके,सुमिरो पवन-कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं,हरहु कलेश विकार।★
《अर्थ》→ हे पवन कुमार! मैं आपको सुमिरन
करता हूँ। आप तो जानते ही हैं,कि मेरा शरीर और
बुद्धि निर्बल है।मुझे शारीरिक बल,सदबुद्धि एवं
ज्ञान दीजिए और मेरे दुःखों व दोषों का नाश कार
दीजिए।★
जय हनुमान ज्ञान गुण सागर,जय कपीस तिहुँ लोक
उजागर॥1॥★
《अर्थ 》→ श्री हनुमान जी!आपकी जय हो।
आपका ज्ञान और गुण अथाह है। हे कपीश्वर!
आपकी जय हो!तीनों लोकों,स्वर्ग लोक,भूलोक और
पाताल लोक में आपकी कीर्ति है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
राम दूत अतुलित बलधामा, अंजनी पुत्र पवन सुत नामा॥
2॥★
《अर्थ》→ हे पवनसुत अंजनी नंदन!आपके समान
दूसरा बलवान नही है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
महावीर विक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी॥3॥

《अर्थ》→ हे महावीर बजरंग बली!आप विशेष पराक्रम
वाले है। आप खराब बुद्धि को दूर करते है,और
अच्छी बुद्धि वालो के साथी,सहायक है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
कंचन बरन बिराज सुबेसा ,कानन कुण्डल कुंचित केसा॥
4॥★
《अर्थ》→ आप सुनहले रंग,सुन्दर
वस्त्रों,कानों में कुण्डल और घुंघराले बालों से
सुशोभित हैं।★
••••••••••••••••••••••••••••••
हाथ ब्रज और ध्वजा विराजे,काँधे मूँज जनेऊ साजै॥
5॥★
《अर्थ》→ आपके हाथ मे बज्र और ध्वजा है और
कन्धे पर मूंज के जनेऊ की शोभा है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
शंकर सुवन केसरी नंदन,तेज प्रताप महा जग वंदन॥6॥★
《अर्थ 》→ हे शंकर के अवतार!हे केसरी नंदन आपके
पराक्रम और महान यश की संसार भर मे
वन्दना होती है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
विद्यावान गुणी अति चातुर,रान काज करिबे को आतुर॥
7॥★
《अर्थ 》→ आप प्रकान्ड विद्या निधान है,गुणवान
और अत्यन्त कार्य कुशल होकर श्री राम काज करने
के लिए आतुर रहते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया, राम लखन सीता मन
बसिया॥8॥★
《अर्थ 》→ आप श्री राम चरित सुनने मे आनन्द रस
लेते है।श्री राम,सीताऔर लखन आपके हृदय मे बसे
रहते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
सूक्ष्म रुप धरि सियहिं दिखावा,बिकट रुप धरि लंक
जरावा॥9॥★
《अर्थ》→ आपने अपना बहुत छोटा रुप धारण करके
सीता जी को दिखलाया और भयंकर रूप करके
लंका को जलाया।★
••••••••••••••••••••••••••••••
भीम रुप धरि असुर संहारे,रामचन्द्र के काज संवारे॥
10॥★
《अर्थ 》→ आपने विकराल रुप धारण करके
राक्षसों को मारा और श्री रामचन्द्र जी के
उदेश्यों को सफल कराया।★
••••••••••••••••••••••••••••••
लाय सजीवन लखन जियाये,श्री रघुवीर हरषि उर लाये॥11॥

《अर्थ 》→ आपने संजीवनी बुटी लाकर लक्ष्मण
जी को जिलाया जिससे श्री रघुवीर ने हर्षित होकर
आपको हृदय से लगा लिया।★
••••••••••••••••••••••••••••••
रघुपति कीन्हीं बहुत बड़ाई,तुम मम प्रिय भरत सम भाई॥
12॥★
《अर्थ 》→ श्री रामचन्द्र ने आपकी बहुत
प्रशंसा कीऔर कहा की तुम मेरे भरत जैसे प्यारे
भाई हो।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं,अस कहि श्री पति कंठ
लगावैं॥13॥★
《अर्थ 》→ श्री राम ने आपको यह कहकर हृदय से
लगा लिया की तुम्हारा यश हजार मुख से सराहनीय है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा, नारद,सारद सहित अहीसा॥
14॥★
《अर्थ》→
श्री सनक,श्री सनातन,श्री सनन्दन,श्री सनत्कुमार
आदि मुनि ब्रह्मा आदि देवता नारद
जी,सरस्वती जी,शेषनाग जी सब आपका गुण गान करते
है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते,कबि कोबिद कहि सके
कहाँ ते॥15॥★
《अर्थ 》→ यमराज,कुबेर आदि सब दिशाओं के
रक्षक,कवि विद्वान,पंडित या कोई भी आपके यश
का पूर्णतः वर्णन नहीं कर सकते।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
तुम उपकार सुग्रीवहि कीन्हा,राम मिलाय राजपद
दीन्हा॥16॥★
《अर्थ 》→ आपनें सुग्रीव जी को श्रीराम से
मिलाकर उपकार किया ,जिसके कारण वे राजा बने।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
तुम्हरो मंत्र विभीषण माना,लंकेस्वर भए सब जग
जाना॥17॥★
《अर्थ 》→ आपके उपदेश का विभिषण जी ने पालन
किया जिससे वे लंका के राजा बने,इसको सब संसार
जानता है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
जुग सहस्त्र जोजन पर भानू,लील्यो ताहि मधुर फल
जानू॥18॥★
《अर्थ 》→ जो सूर्य इतने योजन दूरी पर है की उस पर
पहुँचने के लिए हजार युग लगे।दो हजार योजन
की दूरी पर स्थित सूर्य को आपने एक मीठा फल समझकर
निगल लिया।★
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प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहि,जलधि लांघि गये अचरज
नाहीं॥19॥★
《अर्थ 》→ आपने श्री रामचन्द्र
जी की अंगूठी मुँह
मे रखकर समुद्र को लांघ
लिया,इसमें कोई आश्चर्य नही है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
दुर्गम काज जगत के जेते,सुगम अनुग्रह तुम्हरे
तेते॥20॥★
《अर्थ 》→ संसार मे जितने भी कठिन से कठिन काम
हो,वो आपकी कृपा से सहज हो जाते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
राम दुआरे तुम रखवारे,होत न आज्ञा बिनु पैसा रे ॥
21॥★
《अर्थ 》→ श्री रामचन्द्र जी के द्वार के आप
रखवाले है,जिसमे आपकी आज्ञा बिना किसी को प्रवेश
नही मिलता अर्थात आपकी प्रसन्नता के बिना राम
कृपा दुर्लभ है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
सब सुख लहै तुम्हारी सरना,तुम रक्षक काहू
को डरना ॥22॥★
《अर्थ 》→ जो भी आपकी शरण मे आते है,उस
सभी को आन्नद प्राप्त होता है,और जब आप रक्षक
है,तो फिर किसी का डर नही रहता।★
••••••••••••••••••••••••••••••
आपन तेज सम्हारो आपै,तीनों लोक हाँक ते काँपै॥
23॥★
《अर्थ 》→ आपके सिवाय आपके वेग को कोई नही रोक
सकता,आपकी गर्जना से तीनों लोक काँप जाते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
भूत पिशाच निकट नहिं आवै,महावीर जब नाम सुनावै॥24॥

《अर्थ 》→ जहाँ महावीर हनुमान जी का नाम
सुनाया जाता है,वहाँ भूत,पिशाच पास भी नही फटक
सकते।★
••••••••••••••••••••••••••••••
नासै रोग हरै सब पीरा,जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥25॥★
《अर्थ 》→ वीर हनुमान जी!आपका निरंतर जप करने से
सब रोग चले जाते है,और सब पीड़ा मिट जाती है।
•••••••••••••••••••••••••••••••
संकट तें हनुमान छुड़ावै,मन क्रम बचन ध्यान
जो लावै॥26॥★
《अर्थ 》→ हे हनुमान जी! विचार करने मे,कर्म करने
मे और बोलने मे,जिनका ध्यान आपमे रहता है,उनको सब
संकटो से आप छुड़ाते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
सब पर राम तपस्वी राजा,तिनके काज सकल तुम साजा॥
27॥★
《अर्थ 》→ तपस्वी राजा श्री रामचन्द्र जी सबसे
श्रेष्ठ है,उनके सब कार्यो को आपने सहज मे कर
दिया।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
और मनोरथ जो कोइ लावै,सोई अमित जीवन फल पावै॥28॥

《अर्थ 》→ जिसपर आपकी कृपा हो,वह कोई
भी अभिलाषा करे तो उसे ऐसा फल मिलता है
जिसकी जीवन मे कोई सीमा नही होती।★
••••••••••••••••••••••••••••••
चारों जुग परताप तुम्हारा,है परसिद्ध जगत उजियारा॥
29॥★
《अर्थ 》→ चारो युगों सतयुग,त्रेता,द्वापर
तथा कलियुग मे आपका यश फैला हुआ है,जगत मे
आपकी कीर्ति सर्वत्र प्रकाशमान है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
साधु सन्त के तुम रखवारे,असुर निकंदन राम दुलारे॥
30॥★
《अर्थ 》→ हे श्री राम के दुलारे ! आप
सज्जनों की रक्षा करते है और दुष्टों का नाश करते
है।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता ,अस बर दीन जानकी माता॥
३१॥★
《अर्थ 》→ आपको माता श्री जानकी से ऐसा वरदान
मिला हुआ है,जिससे आप
किसी को भी आठों सिद्धियां और नौ निधियां दे सकते
है।★
1.) अणिमा → जिससे साधक किसी को दिखाई
नही पड़ता और कठिन से कठिन पदार्थ मे प्रवेश कर
जाता है।★
2.) महिमा → जिसमे योगी अपने को बहुत
बड़ा बना देता है।★
3.) गरिमा → जिससे साधक अपने को चाहे
जितना भारी बना लेता है।★
4.) लघिमा → जिससे जितना चाहे उतना हल्का बन
जाता है।★
5.) प्राप्ति → जिससे इच्छित पदार्थ
की प्राप्ति होती है।★
6.) प्राकाम्य → जिससे इच्छा करने पर वह पृथ्वी मे
समा सकता है,आकाश मे उड़ सकता है।★
7.) ईशित्व → जिससे सब पर शासन का सामर्थय
हो जाता है।★
8.)वशित्व → जिससे दूसरो को वश मे किया जाता है।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
राम रसायन तुम्हरे पासा,सदा रहो रघुपति के दासा॥32॥

《अर्थ 》→ आप निरंतर श्री रघुनाथ जी की शरण मे
रहते है,जिससे आपके पास बुढ़ापा और असाध्य
रोगों के नाश के लिए राम नाम औषधि है।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
तुम्हरे भजन राम को पावै,जनम जनम के दुख बिसरावै॥
33॥★
《अर्थ 》→ आपका भजन करने सेर श्री राम
जी प्राप्त होते है,और जन्म जन्मांतर के दुःख दूर
होते है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
अन्त काल रघुबर पुर जाई,जहाँ जन्म हरि भक्त कहाई॥
34॥★
《अर्थ 》→ अंत समय श्री रघुनाथ जी के धाम
को जाते है और यदि फिर भी जन्म लेंगे
तो भक्ति करेंगे और श्री राम भक्त कहलायेंगे।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
और देवता चित न धरई,हनुमत सेई सर्व सुख करई॥35॥★
《अर्थ 》→ हे हनुमान जी!आपकी सेवा करने से सब
प्रकार के सुख मिलते है,फिर अन्य
किसी देवता की आवश्यकता नही रहती।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
संकट कटै मिटै सब पीरा,जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥36॥

《अर्थ 》→ हे वीर हनुमान जी! जो आपका सुमिरन
करता रहता है,उसके सब संकट कट जाते है और सब
पीड़ा मिट जाती है।★
••••••••••••••••••••••••••••••
जय जय जय हनुमान गोसाईं,कृपा करहु गुरु देव
की नाई॥37॥★
《अर्थ 》→ हे स्वामी हनुमान जी!आपकी जय हो,जय
हो,जय हो!आप मुझपर कृपालु श्री गुरु जी के समान
कृपा कीजिए।★
••••••••••••••••••••••••••••••
जो सत बार पाठ कर कोई,छुटहि बँदि महा सुख होई॥38॥★
《अर्थ 》→ जो कोई इस हनुमान चालीसा का सौ बार
पाठ करेगा वह सब बन्धनों से छुट जायेगा और उसे
परमानन्द मिलेगा।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा,होय सिद्धि साखी गौरीसा॥
39॥★
《अर्थ 》→ भगवान शंकर ने यह हनुमान
चालीसा लिखवाया,इसलिए वे साक्षी है,कि जो इसे
पढ़ेगा उसे निश्चय ही सफलता प्राप्त होगी।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
तुलसीदास सदा हरि चेरा,कीजै नाथ हृदय मँह डेरा॥40॥

《अर्थ 》→ हे नाथ हनुमान जी! तुलसीदास
सदा ही श्री राम का दास है।इसलिए आप उसके हृदय मे
निवास कीजिए।★
•••••••••••••••••••••••••••••••
पवन तनय संकट हरन,मंगल मूरति रुप।
राम लखन सीता सहित,हृदय बसहु सुरभुप॥★
《अर्थ 》→ हे संकट मोचन पवन कुमार!आप आनन्द
मंगलो के स्वरुप है।हे देवराज! आप
श्री राम,सीता जी और लक्ष्मण सहित मेरे हृदय मे
निवास कीजिए।★

 
 

ટૅગ્સ:

Shayri Part 26


फ़िक्र तो तेरी आज भी करते है…

बस जिक्र करने का हक नही रहा…

*******

इक़ दर्द छुपा हो सीने में तो मुस्कान अधूरी लगती है,

जाने क्यों बिन तेरे,मुझuको हर शाम अधूरी लगती है…

*******

छीन लेता है हर चीज मुझसे ए खुदा, क्या तू भी इतना गरीब है…!!!

******

मै खाने पे आऊंगा मगर पिऊंगा नहीं साकी,

ये शराब मेरा गम मिटाने की औकात नही रखती…

******

“लोग केहते है की मेरे दोस्त कम है लेकीन, वोह नहिं जानते की मेरे दोस्तोमे कीतना “दम”हैं “……!

******

क्या ख़ाक तरक़्क़ी की आज की दुनिया ने…

मरीज़-ए-इश्क़ तो आज भी लाइलाज बैठे हैं!!!

******

काश वो दिन लौट आये जब नींद बड़ी बेफिक्र आती थी,

आँखें खुलती थी रोज नयी दुनिया नजर आती थीं।

*******

जब इंसान अपने अलावा कुछ और बनने की कोशिश करे तो;

वो या ज़ालिम बन जाता है या फिर मज़लूम।

*******

दिखेगा तुजे भी खुदा सिर्फ इतना कहा मान, ठिकाने बदलना छोड! नजारे बदल..

*******

ये जो मेरे क़ब्र पे रोते है…….

अभी उठ जाऊँ ..तो जीने ना दे…..

*******

सीख ली जिसने अदा गम में मुस्कुराने की, उसे क्या मिटायेंगी गर्दिशे जमाने की…..

*******

कर जाते हैं शरारत क्योंकि थोड़े शैतान हैं हम;कर देते हैं ग़लती क्योंकि इंसान हैं हम;

ना लगाना हमारी बातों को क़भी दिल से; आपको तो पता है ना कितने नादान हैं हम!!!!!

*******

मुहब्बत में अपने को हमेशा बादशाह समझा हमने,

एहसास तो तब हुआ जब वफ़ा मांगी फकीरों की तरह…

*******

जिंदगी में कुछ फैसले हम खुद लेते हैं, और कुछ हमारी तकदीर।

बस अंतर तो सिर्फ इतना है कि तकदीर के फैसले हमें पसंद नहीं आते

और हमारे फैसले तकदीर पसंद नहीं करती…

********

कमी खल रही है, तेरी बड़ी जोर से.. तुम चले आओ कीसी भी और से ।

*******

जिंदगी शायद इसी का नाम है, दूरियां मजबूरियां तन्हाइयां ।।

*******

किसी ख्वाब की इतनी औकात नहीं, जिसे हम देखे और वो पूरा ना हो…..

******

जब चलना नहीं आता तो गिरने नहीं देते थे लोग….

जब से संभाला खुद को कदम कदम पर गिराने की सोचते है लोग….

*******

कमाल करता है ऐ दिल तू भी… उसे फुरसत नहीं और तुझे चैन नहीं…

*******

इतना दर्द तो मोत भी नहीं देती है

जितना तेरी ख़ामोशी ने दिया है…

*******

बड़ी मुश्किल से सुलाया है ख़ुद को मैंने,

अपनी आंखों को तेरे ख़्वाब क़ा लालच देकर….

*******

इसी बात ने उसे शक में डाल दिया हो शायद,

इतनी मोहब्बत, उफ्फ…कोई मतलबी हीं होगा !!!!

********

सुलग रहे है कब से मेरे, दिल में ये अरमान, रोक ले अपनी बहो में तू, आज मेरे तूफ़ान |

*******

दिवानो को और भी, दीवाना ना बनाओ,

सुना है तुम्हारी जुबा से, के हमसे प्यार है तुमको …

*******

बरसो बाद भी तेरी जिद की आदत ना बदली,

काश हम मोहब्बत नहीं तेरी आदत होते ….!

*******

फ़िक्र-ए-रोज़गार ने फासले बड़ा दिए वरना…..

सब यार एक साथ थे, अभी कल ही की तो बात है…

*******

मुझे तेरे ये कच्चे रिश्ते जरा भी पसंद नहीं आते या तो लोहे की तरह जोड़ दे या फिर धागे की तरह तोड़ दे ..

*******

अपने हसीन होठों को किसी परदे में छुपा लिया करो,

हम गुस्ताख लोग हैं.. नजरों से चूम लिया करते हैं !!!!

*******

सारा दिन गुजर जाता है खुद को समेटने में,

फिर रातको उसकी यादों की हवा चलती है और हम फिर बिखर जाते है…

*******

इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है…. इश्क मेरी रुह तो दोस्ती मेरा ईमान है…

इश्क पर तो फिदा कर दुं अपनी पुरी जिंदगी…. पर दोस्ती पर मेरा इश्क भी कुर्बान है..

*******

भरोसा “खुदा” पर है, तो जो लिखा है तकदीर में,वो ही पाओगे।

मगर, भरोसा अगर “खुद” पर है, तो खुदा वही लिखेगा, जो आप चाहोगे …

********

गिलास में पड़ी, शराब के दो घूंटो में ही थी ज़िन्दगी और हम ज़िन्दगी को कहाँ कहाँ ढूंढते रहे…

********

कोई सिलवट.. कोई शिकन.. ना रहे बाकी.. हुनर ऐसा दे मुझ को मौला.. कोई अपना.. कभी गैर ना हो पाए..!!

*******

जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है ।

सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है ।

*******

“क्यों डरें जिंदगी में क्या होगा, हर वक्त क्यों सोचे कि बुरा होगा,

बढते रहें मंजिलों की ओर हम… कुछ भी न मिला तो क्या? तजुर्बा तो नया होगा.! ”

*******

“हर गम ने ,हर सितम ने ,नया होसला दिया,

मुझको मिटाने वालो ने , मुझको बना दिया”……

*******

संघर्षो में यदि कटता है तो कट जाए सारा जीवन..

कदम-कदम पर समझौता मेरे बस की बात नहीं..!!

*******

साहिब इज्जत हो तो इश्क़ जरा सोच कर करना ।।

ये इश्क अक्सर मुकाम ए जिल्लत पे ले जाता है ।।

*******

हस कर कबूल क्या कर ली हर सजा  हमने …

दस्तुर बना लिया दुनिया ने भी…. इल्जाम लगाने का ……!!!

*******

मैं अपनी ज़िन्दगी में हर किसी को इतनी एहमियत सिर्फ इसलिए देता हूँ….

कि जो ‘अच्छे’ होंगे वो हमेशा साथ देंगे और जो ‘बुरे’ होंगे वो हमेशा सबक़ देंगे …!!

*******

हम आज भी अपने हुनर मे दम रखते है ,

होश उड़ जाते है लोगो के,जब हम महफील में कदम रखते है।।

*******

रंग दुनिया ने दिखाया है निराला, देखूँ, है अँधेरे में उजाला,

तो उजाला देखूँ आइना रख दे मेरे हाथ में,आख़िर मैं भी,

कैसा लगता है तेरा चाहने वाला देखूँ

******

पानी फेर दो इन पन्नों पर, ताकि धुल जाए स्याही सारी,,

ज़िन्दगी फिर से लिखने का मन होता है कभी-कभी..

*******

कितनी जल्दी ज़िन्दगी गुज़र जाती है, प्यास भुझ्ती नहीं बरसात चली जाती है,

तेरी याद कुछ इस तरह आती है, नींद आती नहीं मगर रात गुज़र जाती है ….

*******

” कैसे लढु मुकदमा, खुद से उसकी यादो का ??..

ये दिल भी वकील उसका, ये जान भी गवाह उसकी!!!”

*******

अभी तो साथ चलना है,समंदर की मुसाफत में…

किनारे पर ही देखेंगे,किनारा कौन करता है..!!

*******

नींद तो ठीक ठाक आई पर जैसे ही आँख खुली फिर वही ज़िन्दगी याद आई।

*******

क्या कह गई है उनकी नजर, कुछ पूछिए,

क्या हुआ दिल पे असर, कुछ न पूछिए |

*******

दुआ कौन सी थी ज़हन मे याद नही! बस इतना याद है,

दो हथेलियाँ जुड़ी थी! एक मेरी थी, एक तुम्हारी थी!

*******

हजार जवाबों से अच्छी है खामोशी,

ना जाने कितने सवालों की आबरू रखती है !

*******

मुलाकात जरुरी हैं, अगर रिश्ते निभाने हो,

वरना लगा कर भूल जाने से पौधे भी सूख जाते हैं….

*******

वो हमको पत्थर और खुद को, फूल कह कर मुस्कुराया करते हैं…

उन्हें क्या पता कि पत्थर तो पत्थर ही रहते हैं, पर फूल ही मुरझा जाया करते हैं …

******

मिल सके आसानी से, उसकी ख्वाहिश किसे है?

जिद्द तो उसकी है, जो मुकद्दर में लिखा ही नही है !!

*******

“हमारे आंसूं पोंछ कर वो मुस्कुराते हैं, उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते हैं,

हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को, इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते हैं।”

*******

कोई कह दे गमों से अब तो बाँध लो सामान अब अपना…

बहुत दिनों से रुका मेहमान, किसी को अच्छा नहीं लगता…

*******

दुश्मन भी दुआ देते हैं मेरी फितरत ऐसी है l

दोस्त भी दगा देते हैं मेरी किस्मत ऐसी है ll

*******

मोहब्बत बुरी है… बुरी है मोहब्बत,

कहे जा रहे है… किये जा रहे है…

*******

सिखा दिया ‘तुने’ मुझे… अपनों पर भी ‘शक’ करना…

मेरी ‘फितरत’ में तो था… गैरों पर भी ‘भरोसा’ करना….

*******

हो जो मुमकिन……… तो अपना बना लो तुम,

मेरी तन्हाई गवाह है…. मेरा अपना कोई नहीं….

*******

“माना की मरने वालों को …….भुला देतें है सभी,

मुझ जिंदा को भूलकर तूने…. कहावतें बदल दी”…..

******

तुझसे नही, तेरे वक़्त से नाराज़ हुँ मै,,

यही हे…जो तुझे मेरे िलये नहीं िमलता..

*******

शरीफ इतना था कि कभी कमीज़ के बटन नही खोला…

मगर इस बेदर्द गर्मी ने सलमान खान बना दिया…

*******

मेरी शायरी का शौक रखने वालों, मुझे कभी आदत न बना लेना….

मैं वोह एक लहर हूँ…. जो ठहर जाने की चाहत नहीं रखता…!

*******

ये दबदबा, ये हुकूमत, ये नशा, ये दौलतें…

सब किरायेदार हैं घर बदलते रहते हैं !!

*******

फिर क्यों इतने मायूस हो उसकी बेवफाई पर तुम खुद ही तो कहते थे कि वो सबसे जुदा है। …

*******

मुद्दतों बाद जब उनसे बात हुई तो बातों बातों में मैंने कहा..

“कुछ झूठ ही बोल दो”   और वो हँस के बोले तुम्हारी याद बहुत आती है

*******

” हमें पता था की उसकी मोहब्बत के जाम में जहर है ,

पर उसका पिलाने का अदाज़ ही इतना प्यारा था की हम ठुकरा न सके…”

*******

क्या अजीब सबूत माँगा है उसने मेरी मोहब्बत का……

मुझे भूल जाओ तो मानू की तुम्हे मुझसे मोहब्बत है……..!!!!!!

*******

लोग अक्सर शोर में, नींद ना आने की शिकायत करते हैं….

एक मैं हूँ….मुझे तेरी खामोशी सोने नही देती..!!!

*******

मैं तो गजल सुना के अकेला खड़ा रहा,

सब अपने अपने चाहने वालों में खो गए …

******

यूँ तो तेरे होठों से लगी वो बस बारिश की एक बूँद थी,

फिर जाने क्यों मेरी आँखों के लिए वो कायनात हो गयी…

*******

कोई क्या जानेगा कभी अपना भी जमाना था सारा शहर कभी अपना भी दीवाना था लोग तो करते है सिर्फ दोस्तों से दोस्ती अपना तो दुश्मनों से भी याराना था …..

*******

हँसना तो बड़ी “शह” है…..रोने भी नही देते….

लम्हे  “तेरी यादो”  के…. कुछ ऐसे भी आते हैं…!!

*******

मिली थी जिनदगी ,किसी के काम आने के लिए पर वक्त बित रहा है , कागज के तुकडे कमाने के लिए !

*******

और भी बनती लकीरेँ.. दर्द की शायद कई,

शुक्र है तेरा खुदा, जो हाथ छोटा सा  दिया…!!

*******

लगा कर फूल होटों से उसने कहा चुपके से,
अगर कोई पास न होता तो तुम फूल की जगह होते।

*******

ये इश्क़ मोहब्बत की रिवायत भी अजीब है…
पाया नहीं है जिसको, उसे
खोना भी नहीं चाहते !!!

*******

तुम्हे याद कर लूँ तो मिल जाती है हर दर्द से निजात,,

लोग यूं ही हल्ला मचाते हैं की दवाइयाँ महँगी हैं..️

*******

हर फूल को रात की रानी नही कहते,
हर किसी से दिल की कहानी नही कहते.
मेरी आँखों की नमी से समझ लेना,
हर बात को हम जुबानी नही कहते.

*******

इस से बढकर तुमको और कितना करीब लाँऊ मैं …
कि तुमको दिल में रखकर भी मेरा दिल नहीं लगता ……!!

*******

तु मिले या न मिले ये मेरे मुकद्दर की बात है..

”सुकुन” बहुत मिलता है तुझे अपना सोचकर….

*******

बहक जाने देँ मुझे मेरे यार  की मोहब्बत में,
ये वो नशा है जो ..मेरे सर से कभी उतरता नहीं …

*******

यह भी अच्छा है की हम किसी को अच्छे नहीं लगते…
चलो कोई रोयेगा तो नहीं हमारे मरने के
बाद..!!…

*******

आओ…
ताल्लुकात को कुछ और नाम दें,
ये दोस्ती का नाम तो बदनाम हो गया..!!

*******

मेरी दीवानगी ग़लत ‘असर’ कर गयी शायद,,
छुपकर जिसे देखता था, उसे ‘खबर’ लग गयी शायद,,

अब वो सामने भी आती है तो ‘नज़रे’ झुक जाती है खुद-ब-खुद,,
इन मासूम ‘नज़रों’ को किसी की ‘नज़र’ लग गयी शायद…!!!

*******

नाकाम थीं मेरी सब कोशिशें उस को मनाने की,
पता नहीं कहां से सीखी जालिम ने अदाएं रूठ जाने की।

*******

मुनव्वर राना :
जितना हँसा था उससे ज़्यादा उदास हूँ
आँखों को इन्तज़ार ने सावन बना दिया…

*******

कहते हैं कि बिना मेहनत किए
कुछ पा नहीं सकते
न जाने गम पाने के लिए
कौन सी मेहनत कर ली मैंने ..

*******

लोगों मै और,
हम मे बस इतना फर्क है.
की लौग दिलको दर्द देते है,
और हम दर्द देने वाले को दिल देते है .!!

*******

मुनव्वर राना :
दामन को आँसुओं से शराबोर कर दिया
उसने मेरे इरादे को कमज़ोर कर दिया.

*******

ये जो हालात है…एक रोज सुधर जायेगे,
पर कई लोग मेरे दिल से उतर जायेगे….

*******

नज़रंदाज़ करो तो नासूर हो जाते हैं
हर ज़ख्म का मरहम, वक़्त नहीं होता …………।।

*******

दिल टूटा है तो अपनी ही गलती से…
उस ने कब कहा था की तू मुहब्बत कर……!!!!!

*******

मैं हुआ बर्बाद अपने शौक से,
आप पर तो मुफ्त का इल्जाम है।

*******

अब तो आँखों से भी जलन होती हैं मुझे……….

खुली हो तो तलाश तेरी, बंद हो तो ख्वाब तेरे………

*******

वो मुझसे पूछती है, ख्वाब किस किस के देखते हो,
बेखबर जानती ही नही, यादें उसकी सोने कहाँ देती हैं।

*******

“जानता हुँ मगर फिर भी पूछना चाहता हुँ..
तुम आइना देख के बताना….
मेरी पसंद कैसी है .????

*******

बड़ी गुस्ताख है तेरी यादें, इन्हें तमीज सिखा दो..
दस्तक भी नहीं देती, और दिल में उतर आती हैं…

*******

अब मैं कोई भी बहाना नहीं सुनने वाला,
तुम मेरा प्यार ….मुझे प्यार से वापस कर दो …

*******

“माना की मरने वालों को भुला देतें है सभी,
मुझे जिंदा भूलकर उसने कहावतें बदल दी” …..

*******

न तो अनपढ़ रहा…
और न ही क़ाबिल हुआ मैं,

ख़ामखा ऐ इश्क
तेरे स्कूल में दाख़िल हुआ मैं…

*******

एक तेरे बगैर ही ना गुज़रेगी ये ज़िंदगी….!
बता मैं क्या करूँ सारे ज़माने की मोहब्बत ले कर….!!

*******

जमाने की नजर में, अकड़ के चलना सीख ले ऐ दोस्त…
मौम जैसा दिल ले के फिरोगे तो, लोग जलाते रहेंगे..!

*******

मेरी यादो की शुरुआत ही तुम से होती है।
तूम ये न कहा करो की मुझे दुआओ में याद रखना…

*******

अब खुद से मिलने
को दिल चाहता है…
बहुत बुरा हूँ मैँ
ये लोगोँ से सुना है.!!

*******

मंजिलें क्या है रास्ता क्या है..?
हौसला हो तो फासला क्या है..!!

*******

“माँ ” के लिए क्या लिखू ?
“माँ ” ने खुद मुझे लिखा है ..

*******

आँखे खुली जब मेरी तो
जाग उठीँ हसरतेँ सारी..
उसको भी खो दिया मैँने..
जिसे पाया था ख़्वाब मेँ.!!

*******

तुम्हारे बाद , मैं जिस का हो गया..
पगली, उसी का नाम तन्हाई हैं..!

*******

ज़िन्दगी तो हमारी भी शानादार
थी …
मगर मोहब्बत ने बिच में शरारत कर
दी..

*******

यादों की दो दुनिया हैं
इक जो तुम भूल गयीं,
इक जो मुझे याद है…

*******

उसकी याद आई हैं साँसों ज़रा धीरे चलो,
धड़कनो से भी इबादत में खलल पड़ता है…

*******

शायरी वो नही लिखते हैं जो शराब से नशा करते हैं.
शायरी तो वो लिखते हैं जो यादों से नशा करते हैं…

*******

मरते होगे लाखो तुझ पर….
हम तो तेरे साथ मरना चाहते है..

*******

तुम आरजू तो करो मोहब्बत की..
हम इतने भी गरीब नहीँ
के मोहब्बत भी ना दे सके…

*******

जो कभी टूट के बिखरो तो बताना हमको…
हम तुम्हेँ रेत के जर्रो से भी चुन लेँगे.!!

*******

लिमिट से अनलिमिटेड हो रहा हूँ,
आजकल पल पल डिलिट हो रहा हूँ..

*******

जरूरी नही पगली तुम मुझसे बात करो…..

हम तो तुम्हे ऑनलाईन देखकर ही खुश हो लेते है ।।

*******

“मैं शब्द, तुम अर्थ
तुम बिन मैं व्यर्थ”

*******

शीशे में डूब कर पीते रहे उस ‘जाम’ को…
कोशिशें तो बहुत की मगर, भुला न पाए एक ‘नाम’ को !!

*******

तेरा मेरा प्यार तो फ्लोप हो गया,

लेकिन
तेरी यादो में लिखे मेरे सारे स्टेटस सुपरहिट हो गये .

*******

आज तफसील नहीं ….
बस इतना सुनो …….
मैं तनहा हूँ …………
और वजह तुम हो…

*******

लोग कहते हैं.. ‘दुआ क़ुबूल होने का भी वक़्त होता है’;
हैरान हूँ मैं ‘किस वक़्त मैंने तुझे
नहीं माँगा’!!

*******

मैं मार भी जाऊ तो उनके दिल पर
कुछ असर नहीं होगा
:
:
एहसास तो उन्हें होता है जो
सीने में दिल रखते हैं…

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एक वक्त था जब बातें खत्म नहीं हुआ करती थी,
आज सब खत्म हो गया पर बात नहीं होती ..

*******

मुझे छोड़कर वो खुश हैं…
तो शिकायत कैसी,

अब मैं उन्हें खुश भी न देखूं,
तो मोहब्बत कैसी ?

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मुझे मंजूर थे वक़्त के सब सितम मगर ,,
तुमसे मिलकर बिछड़ जाना ये सजा ज़रा ज्यादा हो गयी…!!!

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हमने भी कभी चाहा था एक ऐसे शख्स को;
जो आइने से भी नाज़ुक था मगर था पत्थर का।

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मैं हर रात सारी ख्वाहिशों को खुद से पहले सुला देता हूँ……
मगर ये हर सुबह मुझसे पहले जाग जाती हैं!

*******

मेरी जिंदगी का खेल शतरंज से भी मज़ेदार निकला,

मैं हारा भी तो अपनी हीं “रानी” से..!!

*******

वह मुझसे मेरी पसंद के बारे में पूछती है…

कितनी पागल है वह जो अपने
बारे में पूछती है…!!

*******

तुम्हारी याद की बंदगी लग गयी वरना,
मेरे वजूद की उड़ जाती धज्जिया कितनी !

*******

न चाहकर भी मेरे लब पर ये फ़रियाद आ जाती है….!!

ऐ चाँद सामने न आ….!! किसी की याद आ जाती है….!!

*******

बस इतनी-सी उम्र का तलबदार है ’मजबूर’..
न मरुं तेरे पहले, न जीऊं तेरे बाद..

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मुझ मालूम हैं खुश तो बहुत हो तुम इस जुदाई से,
आप अपना खयाल रखना की कही तुम्हे तुम्ही जैसा ना मिल जाये …..!!

*******

लोग समझते हॅ, मैं तुम्हारे जिसम पर मरता हूँ ,अगर तुम भी यही समझते हों तो सुनो ,जब जिसम खो दो तब लोट आना…

*******

खाली ग्लास से “चीयर्स” और तेरी आखों से नीकले हुए “टीयर्स” …
मुझे बीलकुल अच्छे नही लगते…

*******

तुम्हारा हमसफ़र होना मेरी तमन्ना है…..!!

मगर दस्तूर-ए-दुनिया है, जिसे चाहो वो नहीं मिलता….!!

*******

उड़ा के जो हँस रही हो, मेरे एहसासों के परिंदे….!!

पाले थे सिर्फ तुम्हारे ही लिए, ये जान के रोओगी…..!!

*******

फैसला उसने लिखा, पर कलम मैंने तोड़ दी….!!

आज हमारे प्यार को, हाय “फाँसी” हो गई….!!

*******

ये बात किसने उड़ाई की मुझे इश्क है तुमसे..
हाँ, तुमको यकीं आये तो अफवाह नही हैं ये…

*******

हम तो सिर्फ दोस्त थे……

“आशिक बनाया आपने”!!!!!!

*******

तुझ से दूर रहकर मुहोब्बत बढती जा रही हैं..
क्या कहूँ.. कैसे कहूँ.. ये दुरी तुझे और करीब ला रही हैं..

*******

केवल अल्फ़ाज़ों की बात थी, पगली…
जज़्बात तो तुम, वैसे भी नहीं समझती..

*******

मैंने जान बचा के रखी है,
एक जान के लिए..
इतना इश्क कैसे हो गया,
एक अनजान के लिए..!!

*******

ना जाने इतनी मुहब्बत कहां से आई है उसके लिये;
कि मेरा दिल भी उसकी खातिर मुझसे रूठ जाता है…..

*******

बहाना कोई और न बनाओ मुझसे ख़फा होने का,
तुम्हे चाहने के अलावा अब मेरा गुनाह कोई नहीं..

*******

जो मेरे साथ हसा साथ रोया है कैसे कहे दू वोह पराया है!!!?

*******

ऊसके जैसी कोई ओर कैसे हो सकती है ,
और अब तो वो खुद अपने जैसी नहीं रही..

*******

हर रिश्ते को आजमाया है हमने
कुछ पाया पर बहुत गंवाया है हमने
हर उस शक्स ने रुलाया है
जिसको भी इस दिल में बसाया है हमने

*******

नज़र चाहती है दीदार करना, दिल चाहता है प्यार करना, क्या बताएं इस दिलका आलम, नसीब मैं लिखा है इंतज़ार करना..

*******

कौन कहता है कि दिल सिर्फ लफ्जों से दुखाया जाता है..

तेरी खामोशी भी कभी कभी आँखें नम कर देती हैं…

*******

लोग कहते हैं कि
मेरा दिल पत्थर का है..

लेकिन कुछ लोग
ऐसे भी थे..
जो इसे भी तोड़ गए..!!

*******

तेरे प्यार का सिला हर हाल मे देंगे,
खुदा भी माँगे ये दिल तो टाल देंगे,

अगर दिल ने कहा तुम बेवफा हो,
तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे.

*******

एहसास-ए-मुहब्बत के लिए बस इतना ही काफी है,
.
.
.
तेरे बगैर भी हम, तेरे ही रहते हैं..

*******

बहाना क्यु बनाते हो नाराज होने का कह क्यु नही देते के अब दिल मे जगह नही तुम्हारे लिए.

*******

मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना,
कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना…

*******

होगा अफसोस जब हम ना होगे,
तेरी आँखों से आँसू क़म ना होगे,
बहुत मिलेंगे तेरे अरमानो से खेलने वाले,
लेकिन उस वक़्त तेरी परवाह करने वाले हम ना होगे।।

*******

तेरी नाराजगी वाजिब है..
मैं भी खुद से खुश नहीं आजकल..!

*******

दुनिया का नेटव्रक भले ही 3G से चलता हो,
हमारा तो आज भी “श्रीजी” से ही चलता है…

*******

दर्द भी तुम दवा भी तुम…..
इबादत भी तुम ख़ुदा भी तुम….
:
:
चाहा भी तुमको और पाया भी नहीं…
साथ भी तुम और जुदा भी तुम…..

*******

खो जाते हैं कुछ लोग ज़िन्दगी में
इस तरह भी,
:
:
कि लाख माँगों दुआओं में पर हासिल
नहीं होते !!

*******

टूट कर बिखर जाते है वो लोग मिटटी की दीवारों की तरह,,,
जो खुद से भी जादा किसी और से मोहबत किया करते है..!

*******

कमी तेरे नसीबों में रही होगी, कि तू मेरी ना हुई,।।
.
.
मैने तो कोशिश बहुत की, तुझे अपना बनाने की।।।

*******

इतना तो किसी ने चाहा भी न होगा,

जितना मैंने सिर्फ सोचा है तुम्हें ।।

*******

एक वो पगली हैं जो मुझे
समझती नहीं…
और यहाँ जमाना मेरे शेर पढ़कर दीवानाहुआ जा रहा है..!!

*******

चाय के उस प्याले के भी क्या ठाट हैं
सवेरे होते ही तेरे होंटों को चूम लेता है…!!

*******

तेरा वजुद दील मे कुछ ईस तरह हे….
के दिमाग मे खुन के बजाय तेरी याद बेहती हे।

*******

“छुपा लूंगा तुझे इस तरह से बाहों में;
हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे”
“हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह;
कि होश भी वापस आने के इज़ाज़त मांगे.”!!!

*******

गुज़र गया आज का दिन पहले की तरह

ना हम को फुरसत मिली ना उनको ख्याल आया…………. ।।

*******

कितने मज़बूर हैँ हम तकदीर के हाथो
ना तुम्हेँ पाने की औकात रखतेँ हैँ
और ना तुम्हेँ खोने का हौसला.!!

*******

कहाँ से लायें अपनी बेगुनाही के पक्के सबूत…..
.
.
दिल, दिमाग और नज़र…सब कुछ तो तेरी कैद में है…..

*******

“किताबों के पन्नो को पलट के सोचता हूँ,
यूँ पलट जाए मेरी ज़िंदगी तो क्या बात है.
ख्वाबों मे रोज मिलता है जो,
हक़ीकत में आए तो क्या बात है.”

*******

खुदा करे, सलामत रहें दोनों हमेशा.
एक तुम और दूसरा मुस्कुराना तुम्हारा…

*******

ख्वाहिश तो थी मिलने की… पर कभी कोशिश नही की…
सोचा के जब खुदा माना है तुजको तो बिन देखे ही पूजेंगे..

*******

मुहब्बत मे जिसे देखा रोता हुआ ही पाया है ,
मुझे तो ये मुहब्बत किसी फकीर की बददुआ लगती है |

*******

बिछड़ने वाले तेरे लिए एक “मशवरा” है ,…कभी हमारा “ख्याल” आए,तो अपना ‘ख्याल’ रखना…..!!

*******

बोल दिया होता तुम्हे ददॆ देना हैं-ऐ
जिंदगी–!!!

मोहब्बत को बीच मे लाने की क्या जरुरत थी–!!

*******

बस एक बार निकाल दो इस इश्क से ए खुदा,

फिर जब तक जीयेंगे कोई खता न करेंगे…

*******

कितनी अजीब बात है की —
जब हम गलत होते है तो समझौता चाहते हैं,
और दुसरे गलत होते है तो हम न्याय चाहते हैं …l

*******

वो बेईमान नेता-सी है, मेरे दिल से खेलती है,,
और मै भोली जनता-सा हूँ, हर बार उसी को चुनता हूँ…!!

*******

बस यही सोचकर छोड दी, हमने जिद्द मोहब्बत की..
अश्क उनके बहे या मेरे, रोयेंगी तो मोहब्बत ही..!

*******

मैं सुधर गया तो बहुत पछताएगी….
तुझसे मोहब्बत
का जूनून ह़ी तो मेरी पहचान है….

*******

गजब की है फरमाइशें इस दिल-ऐ-नादान की ,

वो होते , हम होते और होंठों पे होंठ होते !!!

*******

बहुत अँधेरा सा है दिल के कमरे में,

सोचता हूँ कुछ ख्वाब जलाए जाए…

*******

मेरी मोहब्बत की बस इतनी सी कहानी है,

मैं उसका गुलाम और वो मेरी रानी है..!!

*******

इश्क़ ही जादू, इश्क़ ही ख़ुशबू,
इश्क़ नहीं तो क्या मैं क्या तू.

*******

अब भी बाकी है थोड़ी-सी चाहत उसमें मेरे लिए,

पहले भी कईं बार ये धोखा हुआ है मुझे !!

*******

ज़रूरी नहीं है कि तू मेरी हर बात समझे…!!
ज़रूरी ये है कि तू मुझे कुछ तो समझे….!!!!

*******

तुम्हे भूलना भी कोई मुश्किल है क्या…? .
बस…,,, . मुझे मरने तक की मोहलत दे दो…! ”

*******

अरे ये किसी करामात है खुदा तेरी,
ना हम भूल पाते है उनको और ना याद आती है उनको हमारी.

*******

वो और उसकी हर बात मेरे लिए ख़ास है,
यही शायद मुहब्बत का पहला एहसास है…

*******

“किसी को खुश करने का मौका मिले तो खुदगर्ज ना बन जाना ऐ दोस्त,

बड़े नसीब वाले होते है वो,
जो दे पाते है मुस्कान किसी चेहरे पर…”

*******

काश पलट के पहुच जाउ बचपन की उन वादीओ में,
जहा ना कोई ज़रूरत थी
ओर ना कोई ज़रूरी था…

*******

आज कुछ और नहीं बस इतना सुनो…
मौसम हसीन है लेकिन तुम जैसा नहीं…

*******

“कोई वादा नहीं फिर भी प्यार है,
जुदाई के बावजूद भी तुझपे अधिकार है.
तेरे चेहरे की उदासी दे रही है गवाही,
मुझसे मिलने को तू भी बेक़रार है.”

*******

तुम दूर हो मुझसे, मैं परेशान नहीं होती……
पर किसी और के इतना पास हो….बात तो यह बर्दाश्त नहीं होती….

*******

न जाने क्या कशिश है.. उसकी मदहोश आँखों में..!
..
नज़र अंदाज़ जितना करो.. नज़र उस पे
ही पड़ती है..!

*******

माना कि तुम लफ्जो के बादशाह हो,
लेकिन हम भी खामोशियों पर राज किया करते है.

*******

अब तुझे Facebook या Whatsapp पे नहीं,
अपनी बाहों में Block करने का जी करता है..!!

*******

बरसो बाद भी तेरी जिद की आदत ना बदली,
काश हम मोहब्बत नहीं, तेरी आदत होते……

*******

ख़ुदा का शुक्र है की ख़्वाब बना दिए…
वरना तुम्हें देखने की तो हसरत ही रह जाती…!

*******

“बचपन में तो शामें भी हुआ
करती थी.
अब तो बस सुबह के बाद रात हो जाती है.”

*******

मैं अगर चाहु भी तो शायद ना लिख सकूं उन लफ़्ज़ों को,

जिन्हे पढ़ कर तुम समझ सको की मुझे तुम से कितनी मोहब्बत है……!!!!

*******

कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते.पर अमीर जरूर बना देते हैं.

*******

तेरी तसवीर की भी तारीफ करने से डरता हूँ मैं,

जमाना कही जान ना जाये की मुझे तू अच्छी लगती है.

*******

हालात के साथ तो वो बदलते हे जो कमज़ोर होते है,

हम तो हालात को ही बदल के रख देते हैं।

*******

” ज़िंदगी ..
एक आईने की तरह है,

ये तभी मुस्कुराऐगी ….
जब आप मुस्कुराओगे …..!! ”

*******

कुछ अलग सा है हमारी मोहब्बत का हाल,

तेरी चुप्पी और मेरे ख़ामोश सवाल…..!

*******

मैंने जब खुदा से कहा तू मेरी दुआ भी कभी कुबूल कर दे…
उसने भी मुस्कुरा कर कह दिया तू एक ही शक्श को मांगना छोड़
दे…..!!

*******

तेरा होना इक ख्वाब है
तेरा ना होना हकीकत !

*******

बितता वक़्त है,
लेकिन,
खर्च हम हो जाते हैं…!!

*******

तेरे हाथ की काश मैं वो लकीर बन जाऊं, काश मैं तेरा मुक़द्दर तेरी तक़दीर बन जाऊं.. मैं तुम्हें इतना चाहूँ कि तुम भूल जाओ हर रिश्ता, सिर्फ मैं ही तुम्हारे हर रिश्ते की तस्वीर बन जाऊं.. तुम आँखें बंद करो तो आऊं मैं ही नज़र, इस तरह मैं तुम्हारे हर ख्वाब की ताबीर बन जाऊं.

*******

कुछ इस तरह बुनेंगे हम अपनी तकदीर के धागे िक अच्छे अच्छो को झुकना पड़ेगा हमारे आगे !

*******

कितने अनमोल होते हैं ये मोहब्बत के रिश्ते भी,,,
कोई याद ना भी करे ,
फिर भी इंतज़ार रहता है …

*******

भरने को तो हर ज़ख्म भर जाएँगे,
कैसे भरेगी वो जगह जहां तेरी कमी होगी..!!

*******

कुछ खास जादू नही है मेरे पास….!
बस बातें दिल से करता हूँ….और महोब्बत ईमान से करता हूँ…

*******

पागल नहीँ थे हम जो तेरी हर बात मानते थे…
बस तेरी खुशी :)से ज्यादा कुछ अच्छा ही नहीँ लगता था..!!

*******

जब तीर दिल पे लगी तो दर्द ना हुआऐ दोस्त…
दर्द का एहसास तो तब हुआजब कमान देखी अपनों क हाथो में।।

*******

बहुत थक जाता है इंसान आशक़ी के बाजार में,
इश्क के हिस्से में भी एक इतवार आना चाइये….

*******

मौत से इसलिए भी डरता हूँ की उपरवाले को क्या मुंह दिखाऊंगा।
क्योंकि यहाँ मैने किसी और को अपना खुदा माना था।

*******

दिल का राज है लेकिन तुम्हे बता रहा हूँ मैँ….
जिसे खुद भी नही मालुम उसी को चाह रहा हूँ मैं..

*******

हम बने थे तबाह होने के लिए……
तेरा छोड़ जाना तो महज़ इक
बहाना था….!!

*******

मैं कहता था ना कि वक्त जालिम होता है ,
देख लो हकीकत से ख्वाब हो गए तुम भी…

*******

आज तोहफा लाने निकला था शहर में तेरे लिए,
कम्बखत खुद से सस्ता कुछ ना मिला।।

*******

ऐसा क्या कह दूं कि तेरे दिल को छू जाए,
ऐसी किससे दुआ मांगू कि तू मेरी हो जाए…

तुझे पाना नहीं तेरा हो जाना है मन्नत मेरी,
ऐसा क्या कर दूं कि ये मन्नत पूरी हो जाए।

*******

तेरी हर याद से शुरु होती है मेरी हर सुबह..
फिर ये कैसे कह दुँ कि मेरा दिन खराब रहा….

*******

देखना..
एक दिन बदल जाऊंगा पूरी तरह मै,
तुम्हारे लिए न सही लेकिन तुम्हारी वजह से ही सही…..

*******

जिन्दगीं में किसी का साथ काफी हैं,
कंधे पर किसी का हाथ काफी हैं,
दूर हो या पास..
…क्या फर्क पड़ता हैं,
“अनमोल रिश्तों”
का तो बस “एहसास” ही काफी हैं !

*******

“वो” हमसे बात अपनी “मर्जी” से करते हैं,पर हमारा “पागलपन” तो देखीए “जनाब,कि हम उनकी मर्जी का इंतजार बङी सिद्धत से करते हैं….

*******

तेरे हर दुख को अपना बना लूँ..तेरे हर गम को दिल से लगा लूँ..मुझे करनी आती नहीं चोरी वरना..मैं तेरी आँखों से हर आँसू चुरा लूँ…

*******

कुछ ज़ख्म सदियों बाद भी ताज़ा रहते है, जनाब…
वक़्त के पास भी हर मर्ज़ की दवा नहीं होती…!!

*******

मेरे चुप रहने से नाराज़ ना हुआ करो,
कहते है…..
टूटे हुए लोग हमेशा ख़ामोश हुआ करते हैं…!!

*******

अगर वह मौत भी बन जाए,
तो भी…..
हम उससे मिलने की दुआ करेंगे…

*******

इतना तो किसी ने चाहा भी न होगा,

जितना मैंने सिर्फ सोचा है तुम्हें ।।

*******

चाहे दोस्ती हो मोहब्बत, सूरत से नही दिल से हुआ करती है. सूरत उनकी खुद अच्छी लगने लगती है जिनकी कदर दिल से हुआ करती है..

*******

हद से बढ़ जाये तालुक तो गम मिलते हैं ,

हम इसी वास्ते अब हर शख्स से कम मिलते है…!!!

*******

तेरा होना इक ख्वाब है;
तेरा ना होना हकीकत !

*******

मैंने ज़िन्दगी से कुछ नहीं माँगा “तेरे सिवा”….
और ज़िन्दगी ने मुझे सब कुछ दिया “तेरे सिवा”.

*******

हथेली पे उसका नाम तो लिख लिया ऐ दोस्त ….
पर ये न सोचा कि… तकदीर तो खुदा लिखता है।…

*******

हासिल करके तो , हर कोई मुहब्बत कर सकता है………. !

बिना हासिल किए , किसी को चाहना कोई हमसे पूछे ………..

*******

“बुरा समय आपके जीवन के उन सत्यों से सामना करवाता है,
जिनकी आपने अच्छे समय में कभी कल्पना भी नहीं की होती है। ”

*******

मेहनत कर ली अपनी हैसीयत थी जीतनी,

… अब बारी तक़दीर की है हैसियत दिखाने कि…

*******

“तुम हसतीं हो मुझे हसाने के लिये, तुम रोती हो मुझे रुलाने के लिये, तुम एक बार रूठ कर तो देखो, मर जाउंगा तुम्हे मनाने के लिये”…

*******

मांग लूँ यह मन्नत की फिर यही जहाँ मिले…

फिर वही गोद , फिर वही ‘माँ’ मिले…

*******

ढाया खुदा ने ज़ुल्म हम दोनों पर ,

तुम्हें ‘हुस्न’ और मुझे ‘इश्क’ देकर !…..

*******

मेरे दिल में तो आज भी तुम मेरे ही हो,
ये ओर बात है हाथ की लकीरों ने दगा किया….

*******

मेरी बातो में मेरी यादो में,,

हिसाब करके देखो बेहिसाब हो तुम.

*******

तू हकीकत-ए-इश्क है या कोई फरेब..

ज़िन्दगी में आती नहीं, ख़्वाबों से जाती नहीं.!

*******

हैं दर्द सीने में मगर होंठों पे जज़्बात नहीं आते..
आखिर क्यों वापिस वो बीते हुए लम्हात नहीं आते !

*******

कहें देते हैं तुमको.. हमसे दूर ही रहना.. मुहोब्बत हो गई अगर तो, हमें दोष मत देना.. !!

*******

“साहिल के सकूं से किसे इन्कार है लेकिन
तूफान से लड़ने में मजा और ही कुछ है!”

*******

लिख दूँ तो लफ्ज़ तुम हो, सोच लूँ तो ख़्याल तुम हो………..!
माँग लूँ तो मन्नत तुम हो, चाह लूँ तो मोहब्बत भी तुम हो..

*******

अब हमें तेरी कमी भी नहीं होती महसूस,
पर तुझे इसकी खबर भी तो नहीं कर सकते ….

*******

चाहने की हद कब से होने लगी..
हद से गुज़रना ही तो मुहोब्बत हैं..

*******

एक पंडित ने कहा तू मेरी हाथो की लकीरो में नहीं है,
कोई बात नहीं मेरी हर साँस में तो बस तू ही तू है….

*******

वो जान गया हमें दर्द में भी मुस्कुराने की आदत है;
इसलिए वो रोज़ नया दुःख देता है मेरी ख़ुशी के लिए।

*******

नहीं मिला कोई तुम जैसा आज तक,
पर ये सितम अलग है की मिले तुम भी नही..!!

*******

अंग्रेजी की किताब बन
गयी हो तुम…!!
पसंद तो बहुत आती हो पर समझ
नही आती हो…!!

*******

जितनी चाहे तुमसे नफरत करुं.. पर दिल के किसी कोने में तुम्हारे लिए प्यार हमेशा रहेगा..

*******

ज़ज़बात पे क़ाबू वो भी मोहब्बत में,

तूफ़ान से कहते हो चुपचाप गुज़र जाओ…

*******

जो बिना कहे सुने भी दिल के बेहद करीब होते हैं…
ऐसे नाज़ुक एहसास बड़े नसीब से नसीब होते है….

*******

पलक से पानी गिरा है तो उसको गिरने दो,
कोई पुरानी तमन्ना पिघल रही है पिघलने दो…

*******

सुनने-देखने में लगतीहै छोटी पर है सबसे बडी बात,
किसी एक का हो जाना और उसी एक का बने रहना…

*******

पास होकर सितम करना तो आदत थी तुम्हारी,
अब यादो में रह कर क्यों जीना मुश्किल करते हो…

*******

मेरी बहती हुई आँखों में तेरे ख़्वाब की फ़स्ल,
बाढ़ के पानी में ये घास मर न जाय कहीं…

*******

वादा किया है तो निभाएगे,
सूरज की किरण बनकर तेरी छत पर आएगे.
हम है तो जुदाई का गम कैसा,
तेरी हर सुबह को फूलों से सजाएगे.

*******

मासूमियत तुझमें है पर तू इतना मासूम भी नहीं ,

कि मै तेरे क़ब्ज़े में हूँ और तुझे मालूम भी नहीं …

*******

अपनी ज़िन्दगी के कुछ पल देदे मुझे, आज न सही तू अपना कल देदे मुझे,
ख़ुशी दे या न दे तेरी मर्जी, अपना दर्द तो चल देदे मुझे.,,…

*******

कैसे कहूँ की अपना बना लो मुझे बाहो में समा लो मुझे.,
आज हिम्मत कर के कहता हूँ की., मैं तुम्हारा हूँ अब तुम ही संभालो मुझे.,,,…..

*******

अजब तमाशे है दुनिया में यारों, काैड़ीयाे में इज्जत और करोड़ों में कपड़े बिकते हैं.

*******

कल रात मैने अपने दिल से भि रिश्ता तोड दिया….

पागल तेरे को भुल जाने कि सलाह दे रहा था..!!

*******

ये ज़रूरी तो नही है ना कि,
जिनके दिल में प्यार हो,
उनकी किस्मत में भी प्यार हो…

*******

मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर,
मागना क्योकि… मुसीबत थोड़ी देर की होती है
और एहसान जिंदगी भर का..!!

*******

देख पगली एक ही शर्त पर खेलूंगा ये इश्क़ की बाजी….

मै जीतू तो तुझे पाऊँ और हारू तो तेरा हो जाऊँ……..

*******

सिर्फ बिछड़ जाने से ही तो रिश्ता खतम नहीं होता,
प्यार वो कुँआ है जिसका पानी कभी कम नहीं होता..

*******

दर्द भी तुम,
दवा भी तुम,
इबाबत भी तुम,
खुदा भी तुम….

चाहा भी तुमको और पाया भी नहीं,
जुदा भी तुम और साथ भी तुम…..!!

*******

ये आईने ना दे सकेंगे तुझे, तेरे हुस्न की खबर,
कभी मेरी आँखों से आकर पूछ, के कितनी हसीन है तू..!

*******

एक दूसरे से बिछड़ के हम कितने रंगीले हो गये,

मेरी आँखें लाल हो गयी और तेरे हाथ पीले हो गये..!!

*******

मुझको ढूंढ लेता है रोज़ नये बहाने से,

दर्द हो गया है वाक़िफ़ मेरे हर ठिकाने से…

*******

एक बात पुछु जवाब मुस्कुराके देना ..
मुझे रुला कर खुश तो होना ??

*******

और तो कुछ नहीं चाहिए मुझे तुझसे…
ए ज़िन्दगी,
बस वो एक शख्स लौटा दे जो मुझे तुझसे भी प्यारा हैं…

*******

आज उदासी ने भी हाथ जोड़कर कहा मुझसे…
तुझे तेरे प्यार का वास्ता, मेरा आसियाना छोड…

*******

एक नज़र की जुस्तुजू में तुझे देखता हु में ..कब समझेगी तू ये सोचता हु में ..

*******

ना हीरो की तमन्ना है और ना परियों पे
मरता हूँ . . .
वो एक”भोली” सी लडकी हे जिसे
मैं मोहब्बत करता हू…

*******

मेरी नजर से कभी खुद को देखना,
तुम खुद ही खुद पे फिदा हो जा ओगे..!!

*******

बस एक शख्श मेरे दिल की ज़िद्द हैं……!!
ना उससे ज्यादा चाहिए ना कोई और चाहिए….!!

*******

गिला-शिकवा ही कर डालो के कुछ वक्त कट जाये ,
लबों पे आप के ये खामोशी अच्छी नहीं लगती …

*******

इरादे सब मेरे साफ़ होते हैं…….
इसीलिए, लोग अक्सर मेरे ख़िलाफ़ होते हैँ…

*******

लोग तब तक आप को मूर्ख समझना बन्द नही करते !!
जब तक आप उन्हे मूर्ख बनाना न शुरू कर दें!!

*******

ना वो मिलती है, ना मैं रुकता हूँ;
पता नहीं रास्ता गलत है, या मंजिल!

*******

वो खुद पर गरूर करते है,
तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं!
जिन्हें हम चाहते है,
वो आम हो ही नहीं सकते !!

*******

अच्छा नहीं लगता ये मनहूस अलार्म को सुनकर उठना,

काश कोई जुल्फो से पानी झटक कर हमे भी जगाता…

*******

हमारा जीने का तरीका थोड़ा अलग हैं;

हम उम्मीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते है………!

*******

हमारी और उसकी ज़िंदगी में सिर्फ़ तक़दीर का फ़र्क है, “उसकी ज़िंदगी में हम सब के बाद आते हैं” और “हमारी ज़िंदगी में सब उसके बाद आते हैं.”

*******

हम वक्त और हालात के साथ ‘शौक’ बदलते हैं, ‘दोस्त’ नही…!

*******

ये मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी तमन्ना है..
तुम हर पल रहो मेरे पास
मेरी साँसों की तरह..

*******

” मेरे हर बोल एक शेर है,
बस तुझे याद करने की देर है “.

*******

एक बात पुछु जवाब मुस्कुराके देना ..
मुझे रुला कर खुश तो होना ??

*******

हमारा तजुर्बा हमको सबक़ ये भी सीखाता है…

कि जो मक्खन लगाता है वो ही चूना लगाता है…!!!

*******

जब दिल टूटे तेरा तो
मेरे पास चले आना..
मुझे अपने जैसे लोगोँ से
मोहब्बत बहुत है.!!

*******

चलो छोड़ो…
तुम्हें क्या बताना मुहब्बत के दर्द को…!!
जान जाओगे तो जान से जाओगे…!!

*******

तुम लिखते हो शिकायतें अपनी,
मैं पढता हूँ मोहब्बत तुम्हारी!!!

*******

उड़ान वालो उड़ानों पे वक़्त भारी है
परों की अब के नहीं हौसलों की बारी है

मैं क़तरा हो के तूफानों से जंग लड़ता हूँ मुझे बचाना समंदर की ज़िम्मेदारी है

कोई बताये ये उसके ग़ुरूर-ए-बेजा को
वो जंग हमने लड़ी ही नहीं जो हारी है

दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत
ये एक चराग़ कई आँधियों पे भारी है

*******

ना जाने इतनी मुहब्बत कहां से आई है उसके लिये,,
कि मेरा दिल भी उसकी खातिर मुझसे रूठ जाता है …

*******

हाल तो पुंछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी..
ज़ब ज़ब सुनी हें कमबख्त मोहब्बत ही हुई हें…

*******

मशवरा अच्छा दिया है तुमने उसे भूल जाने का……..
मगर उससे पहले तुम इक दफा सांस लेना भूल कर दिखाओ ।

*******

हाँ है, तो मुस्कुरा दे…
ना है, तो नज़र फेर ले…
यूँ शरमा के आँखें झुकाने से उलझनें बढ़ रही हैं…!!!

*******

“कौन अपना है इस ज़माने में
बेहतरी है न आजमाने में…!!!

*******

महसूस कर रहे हैं तेरी लापरवाई कुछ दिनों से…
याद रखना अगर हम बदल गये तो मनाना तेरे बस की बात नही…

*******

निकल रहा था सुबह तक मेरे होठो से खून,
रात को इस कदर तेरी तस्वीर को चूमा था मैंने…

*******

जो मेरे बूरे वक्त मे मेरे साथ हैं
में उन्हें वादा करता हूँ
मेरा अच्छा वक्त सिर्फ उनके लिये होगा…!

*******

दिल धोखे में है…..
और धोखेबाज़ दिल में ….

*******

जब धन होगा खाते में तब

सब रहेगे नाते में……….

*******

रेगिस्तान भी हरा होता है..
जब पर्स नोटों से भरा होता है…

*******

“शिकायते तो बहुत है तुझसे ए जिन्दगी;

पर जो दिया तूने, वो भी बहुतो को नसीब नही….”

*******

केवी शाही अने कई कलम वापरतो हशे,

ज्यारे ऐ कोइना नसीब मां गरीबी लखतो हशे..!!

*******

बना लो उसे अपना ,,जो तुम्हे दिल से चाहता हें,,खुदा की कसम,,ये चाहने वाले,,,बड़ी मुश्किल से मिलते है..

*******

मेरी # smile का # password हो तुम……
.
.
दोबारा मत पूछना कि मेरी कौन हो तुम… . ..

*******

ना जाने किस मिट्टी को मेरे वजूद की खवाईश थी….
मैं उतना तो बना भी न था, जितना मिटा दिया गया हूँ…

*******

क्या कहूँ.. जब भी वो सामने आती है..
दिल मिल्खा.. जुबान मनमोहन.. और ख़याल इमरान हाशमी हो जाते हैं..!

*******

ना हाथ थाम सके ना पकड़ सके दामन…
बेहद ही करीब से गुजर कर बिछड़ गया कोई….

*******

पानी में तैरना सीख ले मेरे दोस्त,
आँखों में डूबने वालों का अंजाम बुरा होता है !!

*******

बीते कल का अफ़सोस और आने वाले कल की चिंता,
दो ऐसे चोर हैं जो हमारे आज की ख़ूबसूरती को चुरा लेते हैं।

*******

अब तो यह तन्हाईयां भी गुरूर
करती है,
जबसे तुने छोडा है दामन
मेरा……..??

*******

तुम ही तुम दिखते हो,
हर मेरी तस्वीर मे भी…
इतना तुम
मुझ में समा गए हो…

*******

कुछ अरमान उन बारीश कि बुंद कि तरह होते है,जिनको छुने कि ख्वाहिश में,हथेलिया तो गिली होजाती ,पर हाथ हमेशा खाली रेह जाते है.

*******

देख ली न तूने मेरे आँसुओं की ताक़त…

कल रात मेरी आँखें नम थीं,
आज तेरा सारा शहर भीगा है…

*******

बहुत नाकाम शख्स हूं मैं, पहले तुझे पाने में नाकाम रहा ,फिर तुझे भुलाने में‪…

*******

कभी तो यकीन करलो, तुम मेरी मोहब्बत का..
कहीं उमर न गुजर जाये, यूँ ही मुझे आजमाने में..!

*******

गलती सुधरने का मौक़ा उसी दिन बंद हो गया था…
जिस दिन हाथ में पेंसिल की जगह पेन थमा दिया गया था !!

*******

कर्म भूमि की दुनिया में,
श्रम सभी को करना पड़ता है..
भगवान सिर्फ लकीरें देता है,
रंग हमें ही भरना पड़ता है..!

*******

जिनकी नजरो में हम नहीं अच्छे

कुछ तो वो लोग भी बुरे होंगे …..।।

*******

ठुकरा दिया तूने अच्छा किया ।।।
मुझे मोहब्बत चाहिए अहसान नहीं ।।।

*******

#ChetanThakrar
#09558767835

 
1 ટીકા

Posted by on એપ્રિલ 10, 2015 માં SELF / स्वयं /અંગત, Shayri

 

ટૅગ્સ:

પ્રેમ


પ્રેમ એટલે PRACTICAL માણસનાં શરીરમાં EMOTION  નામનું
મારવામાં આવતું INJECTION…..!!

પ્રેમ એટલે હૈયા ની Exchange Offer અને Unlimited Talktime
….!!

પ્રેમ એટલેજાગતી આંખે વિચારોમાં અને બંધ આંખે
સપનાઓમાં જોડાયેલા રહેવાનો દસ્તાવેજ….!!

પ્રેમ એટલે તરવાની આવડત સાથે ડૂબવાનું સાહસ….!!

પ્રેમ એટલે શબ્દ અને શ્પર્શ વચ્ચેની Between the Lines….!!

પ્રેમ એટલે નફરતને નાબૂદ કરવાનું ડો. ઈશ્વરે આપેલું
Priscription….!!

પ્રેમ એટલેએકલતાનું એન્કાઉંટર….!!
પ્રેમ એટલે ગમતી વ્યક્તીને મલવાની ઉતાવળમાં Make-up
ભુલાઈ જાય છતાય સુંદર દેખાવાની ગેરંટી ….!!

પ્રેમ એટલે PAAS-PORT કે VISA વગર કોઈની પાંપણની સરહદ
તોડી છુપાતા પગલે આંખોનાં શહેરમાં પ્રવેશી હ્રદય
નામની રાજધાનીમાં કબ્જો કરવો….!!

પ્રેમ એટલે દરેકને જવાબ અલગ આવે એવો દાખલો….!!

પ્રેમ એટલે મુખથી ગાઈ ના શકો એવુ ગીત ….!!

પ્રેમ એટલે જેનો LAST ANSWER નો હોય એવો
QUESTION….!!

પ્રેમ એટલે ફસાયા પછી પણ ગમતું પાંજરૂ….!!

પ્રેમ એટલે ક્યારેક ખબર હોય તો પણ ખબર
નો હોવાની પરિસ્થીતી….!! .

પ્રેમ એટલે દાઢી કરતા જો લોહી નીકળે ને ત્યાંજ કોઈ પાલવ
યાદ આવે…!!

પ્રેમ એટલે સાવ ઘરનો જ એક ઓરડો… ને તોય
આખા ઘરથી અલાયદો…!!

 
1 ટીકા

Posted by on ફેબ્રુવારી 15, 2015 માં SELF / स्वयं /અંગત

 

ટૅગ્સ:

प्रभु की लीला


एक बार श्री कृष्ण और अर्जुन भ्रमण पर निकले तो उन्होंने मार्ग में एक निर्धन ब्राहमण को भिक्षा मागते देखा अर्जुन को उस पर दया आ गयी और उन्होंने उस ब्राहमण को स्वर्ण मुद्राओ से भरी एक पोटली दे दी।

जिसे पाकर ब्राहमण ख़ुशी ख़ुशी घर लौट चला। पर राह में एक लुटेरे ने उससे वो पोटली छीन ली।

ब्राहमण दुखी होकर फिर से भिक्षावृत्ति में लग गया।

अगले दिन फिर अर्जुन की दृष्टि जब उस ब्राहमण पर पड़ी तो उन्होंने उससे इसका कारण पूछा।
ब्राहमण की व्यथा सुनकर उन्हें फिर से उस पर दया आ गयी और इस बार उन्होंने ब्राहमण को एक माणिक दिया।

ब्राहमण उसे लेकर घर पंहुचा और चोरी होने के डर से उसे एक घड़े में छिपा दिया। दिन भर का थका मांदा होने के कारण उसे नींद आ गयी, इस बीच ब्राहमण की स्त्री उस घड़े को लेकर नदी में जल लेने चली गयी और जैसे ही उसने घड़े को नदी में डुबोया वह माणिक भी जल की धरा के साथ बह गया।

ब्राहमण को जब यह बात पता चली तो अपने भाग्य को कोसता हुआ वह फिर भिक्षावृत्ति में लग गया।

अर्जुन और श्री कृष्ण ने जब फिर उसे इस दरिद्र अवस्था में उसे देखा तो जाकर सारा हाल मालूम किया।

सारा हाल मालूम होने पर अर्जुन भी निराश हुए और मन की मन सोचने लगे इस अभागे ब्राहमण के जीवन में कभी सुख नहीं आ सकता।

अब यहाँ से प्रभु की लीला प्रारंभ हुई।

उन्होंने उस ब्राहमण को दो पैसे दान में दिए।

तब अर्जुन ने उनसे पुछा “प्रभु मेरी दी मुद्राए और माणिक भी इस अभागे की दरिद्रता नहीं मिटा सके तो इन दो पैसो से इसका क्या होगा” ?

यह सुनकर प्रभु बस मुस्कुरा भर दिए और अर्जुन से उस ब्राहमण के पीछे जाने को कहा।

रास्ते में ब्राहमण सोचता हुआ जा रहा था कि”दो पैसो से तो एक व्यक्ति के लिए भी भोजन नहीं आएगा प्रभु ने उसे इतना तुच्छ दान क्यों दिया”?

तभी उसे एक मछुवारा दिखा जिसके जाल में एक मछली तड़प रही थी।
ब्राहमण को उस मछली पर दया आ गयी उसने सोचा”इन दो पैसो से पेट कि आग तो बुझेगी नहीं क्यों न इस मछली के प्राण ही बचा लिए जाये”यह सोचकर उसने दो पैसो में उस मछली का सौदा कर लिया और मछली को अपने कमंडल में डाल दिया।
कमंडल के अन्दर जब मछली छटपटई तो उसके मुह से माणिक निकल पड़ा।

ब्राहमण ख़ुशी के मारे चिल्लाने “लगा मिल गया मिल गया ”..!!!

तभी भाग्यवश वह लुटेरा भी वहा से गुजर रहा था जिसने ब्राहमण की मुद्राये लूटी थी।
उसने सोचा कि ब्राहमण उसे पहचान गया और अब जाकर राजदरबार में उसकी शिकायत करेगा इससे डरकर वह ब्राहमण से रोते हुए क्षमा मांगने लगा और उससे लूटी हुई सारी मुद्राये भी उसे वापस कर दी।

यह देख अर्जुन प्रभु के आगे नतमस्तक हुए बिना नहीं रह सके।

जब आप दूसरे का भला कर रहे होते हैं,
तब आप ईश्वर का कार्य कर रहे होते हैं।

 

ટૅગ્સ:

Shayri Part 25


दहेज़ में बहु क्या लायी…
ये सबने पूछा…
लेकिन एक बेटी क्या क्या छोड़ आई…
किसी ने सोचा ही नहीं…

*******

“हमारी गलतियों से कही टूट न जाना,
हमारी शरारत से कही रूठ न जाना
तुम्हारी चाहत ही हमारी जिंदगी हैं
इस प्यारे से बंधन को भूल न जाना ”

*******

हजार गम मेरी फितरत नही बदल सकते ;
क्या करू मुझे आदत हे मुस्कुराने की ।

*******

ख्वाबो में मेरे आप रोज आते हो,
कभी दर्द, कभी खुशियाँ दे जाते हो,
कितना प्यार करते हो आप मुझ से,
शिर्फ़ मेरे इस सवाल का जबाब टाल जाते हो.

*******

ऐ दिल सो जा कसम से कोई नहीं, कोईनहीं, कोईनहीं,दरवाजा सिर्फ तेज हवा से खुला है …!

*******

बड़ी सादगी से उसने कह दिया, रात
को सो भी लिया कर….
रातो को जागने से मोहब्बत लौट नहीं आती …

*******

हुए बदनाम मगर फिर भी न सुधर पाए हम,
फिर वही शराब, फिर वही इश्क, फिर
वही तुम…!!!!!

*******

यह सोच कर सब को याद कर के सोते है हम,
पता नहीं ज़िन्दगी मैं कोनसी रात आखरी हो………

*******

गीले कागज कि तरह है जिंदगी अपनी,
कोई जलाता भी नहीं,और कोई बहाता भी नहीं!!

*******

ऐ ज़िँदगी, अब तू ही रुठ जा मुझसे..
ये रुठे हुए लोग, मुझसे मनाए नहीँ जाते…

*******

कोई नही आऐगा मेरी जिदंगी मे तुम्हारे सिवा,
एक मौत ही है जिसका मैं वादा नही करता।

*******

पर्दा तो होश वालों से किया जाता है ,
बेनकाब चले आओ हम तो नशे में है..!!

*******

तेरे गुरूर को देखकर तेरी तमन्ना ही छोड़ दी हमने,
ज़रा हम भी तो देखे कौन चाहता है तुम्हे
हमारी तरह…!!!

*******

दुश्मनों को हराओ या ना हराओ,

लेकिन उनके सामने जरूर मुस्कुराओ !!

*******

में तो तुझ पर अपनी जान भी लुटा दुँ,
पर तू मुझसे मेरे जैसी मोहब्बत तो कर..!!

*******

जहाँ सफाई देनी पड़ जाय हर बार,
वो रिश्ते कभी गहरे नही होते !!!

*******

हम ना रहें भी तो हमारी यादें वफा करेंगी तुम से,

ये ना समजना की तुम्हें चाहा था बस दो दिन के लिए !!

*******

माजरा क्या हे ये भी बता दो !
आजकल ख्वाबों मे छा जाते हो…

*******

तेरी चाहत तो मुक़द्दर है, मिले न मिले;

राहत ज़रूर मिल जाती है, तुझे अपना सोच कर…

*******

माना कि तुम्हारा नाम सुनतेही नशा चढ जाता हैँ,
लेकिन हम भी वो हे जिनका नाम सुनतेही अच्छे अच्छोँ का नशा उतर जाता हैँ…

*******

सालो साल बातचीत से उतना सुकून नही मिलता,
जितना सिर्फ एक बार गले लग कर मिलता है।

*******

मुझे हर बात पर यूँ लड़ना अच्छा नही लगता,
अच्छा लगता है लड़ने के बाद प्यार जताना…

*******

सही कहते हैं दुनियावाले,
बहुत ग़रीब हो गया हूँ मैं…

एक फकत…
तू ही तो दौलत थी मेरी |….

*******

दर्द की बारिशों में हम अकेले ही थे,
जब बरसी ख़ुशियाँ …
न जाने भीड़ कहा से आई.

*******

बांसुरी से सीख ले एक नया सबक . . . . .
ऐ जिन्दगी-
लाख सीने में जख्म हो फिर भी गुनगुनाती है..!!

*******

हमने ईक माला की तरह तुमको अपने आप मे पिरोया है,
याद रखना तुटे अगर हम तो बिखर तुम भी जाओगे।!

*******

बादशाह तो मैं कहीं का भी बन सकता हूँ पर,

तेरे दिल की नगरी में हुकूमत करने का मज़ा ही कुछ और है….

*******

हाथों की लकीरों मैं तुम हो ना हो ….

जिदंगी भर दिल में जरूर रहोगे…

*******

जिन्दगी भर कोई साथ नहीं देता यह जान लिया हमने,
लोग तो तब याद करते हैं जुब वह खुद अकेले हों..

*******

खुद को भूल न जाऊं भटक न जाऊं कहीं…
एक टुकड़ा आइना जेब में रखता हूँ अक्सर…

*******

ज़ुल्म इतना ना कर की लोग कहेँ तुझे
दूश्मन मेरा,
हमने ज़माने को तुझे अपनी “जान”‘
बता रख्खा हे..

*******

तेरी चुप्पी ग़र…तेरी कोई
मज़बूरी है….
तो रहने दे…
इश्क़ कौन सा ज़रूरी है….

*******

मैंने कब कहा कीमत समझो तुम मेरी,

हमें बिकना ही होता तो यूँ तन्हा ना होते।।

*******

तेरी ख्वाहिश कर ली तो कौन सा गुनाह किया,
लोग तो इबादत में सारी कायनात मांगते खुदा से।

*******

टूट जायेंगी तेरी ज़िद की आदत उस वक़्त…
जब मिलेगी ख़बर तूजको की याद करने वाला अब याद बन गया है!!!

*******

निंद से क्या शिकवा जो आती नही रात भर,
कसुर तो उन सपनों का है जो सोने नही देते ।..

*******

भरोसा बहुत बङी पूँजी है यूँ ही नहीं बाँटी जाती…

यह…

खुद पर रखो तो ताकत और दूसरे पे रखो तो कमजोरी बन जाता है…

*******

धडकनों को
कुछ तो काबू में कर ए दिल..
.
अभी तो पलकें झुकाई है,
मुस्कुराना
अभी बाकी है उनका…!!!

*******

इतनी दूरियां ना बढ़ाओ थोड़ा सा याद ही कर लिया करो,
कहीं ऐसा ना हो कि तुम-बिन जीने की आदतसी हो जाए…

*******

मुझे आदत नहीं यूँ हर किसी पे मर मिटने की…! .
पर तुझे देख कर दिल ने सोचने तक की मोहलतना दी…!!

*******

नजर और नसीब के मिलने का इत्तफाक कुछ ऐसा है कि,
नजर को पसंद हमेशा वही आता है ,जो नसीब मे नही होता…!!

*******

इस कदर भूखा हूँ साहब,
कभी कभी धोखा भी खा लेता हूँ!

*******

दर्द भी वो दर्द जो दवा बन जाये !
मुश्किलें बढ़ें तो आसां बन जाये !!

जख्म पा कर सिर झुका देता हूँ !
जाने कौन पत्थर ख़ुदा बन जाये !!

*******

ज़रा सा बात करने का सलीक़ा सीख लो तुम भी…
इधर तुम होठ हिलाते हो उधर दिल टूट जाते है…

*******

अपने खुदा से जब भी अपना मुक़द्दर मांगेंगे ,
और भले ही कुछ न मांगें, तुम्हें उम्र-भर मांगेंगे ….

*******

काश के होता ये दिल पत्थर का यारो
खुद घायल हो जाते चोट पहुँचाने वाले..

*******

तुझे पाना.. तुझे खोना…
तेरी ही याद मेँ रोना….

ये अगर इश्क है..
तो हम तनहा ही अच्छेँ हैँ.!!

*******

अरे बददुआये … ये किसी ओर के लिए रख,

मोहब्बत का मरीज हूँ, खुद ब खुद मर जाऊँगा…

*******

इतनी कामीयाबि हाँसिल
करूंगा की तु जे माफी मांगने के लिये
भी लाईन मेँ खडा होना पडेगा…

*******

तुम जब भी मिलो तो नजरे उठा कर मिला करो जान-ए-जाना
मुजे पसंद है तुम्हारी आँखों में अपना चेहरा देखना…..!!

*******

किसी फकीर की झोली में जब मैंने एक सिक्का डाला ,
तब ये जाना कि इस मंहगाई के दौर में दुआएँ आज भी कितनी सस्ती है !!

*******

लाख करो गुज़ारिशें लाखों दो हवाले,
बदल ही जाते हैं आखिर बदल जाने वाले..!!!

*******

ख़ूबियों पर तो आपकी कईयों का दिल मचला होगा,
पर मज़ा प्यार का तब है,
जब कमियों को देख,कोई हमसफ़र बना ले आपको …!!

*******

हज़ार बार ली है तुमने तलाशी मेरे दिल की,

बताओ कभी कुछ मिला है इसमें तुम्हारे सिवा…

*******

दिल तो रोज सजता हे , एक नादान दुलहन की तरह ,
और गम रोज चले आते हे , बाराती बनकर….

*******

हाले दिल किस से केहतें ददॅ भी उसीने दिया जो वजह थी मुस्कुराने की.!!

*******

बहुत खूबसूरत वहम है मेरा….कहीं तो कोई है….
जो सिर्फ मेरा है…!!

*******

लोग कहते हैं कि इश्क मत करो,
कि हुस्न सर पे सवार हि जाये,
हम कहते हैं कि इश्क इतना करो,
कि पत्थर दिल को भी तुमसे प्यार हो जाये.

*******

तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में एक बार ।
दर्द हो तो समझ लेना मुहब्बत अभी बाकी है ।।

*******

शाम से आंख में नमीं सी है,
आज फिर आपकी कमी सी है !

*******

पगली तेरी महोब्बत ने मेरा ये हाल कर दिया है।
मैं नहीं रोता,लोग मुझे देख कर रोते है।

*******

कितना मुश्किल सवाल पूछा है . . .
आज उसने मेरा हाल पूछा है . . . !

*******

कुछ तो बात है मेरी मेहमान-नवाजी में….
कि ग़म एक बार आते है तो जाने का नाम नहीँ लेते…

*******

वो भी शौकीन हैं इतने कि गूगल पर हमारी शायरी ढूंढते हैं, 
उनको लगता है कि जज्बात भी बाजार में बिकते हैं..!!

*******

ख़ुशी का पल भी आएगा एक दिन…
ग़म भी तो मिल रहे हैं
बिना तम्मना किये…!

*******

एक ही बात इन लकीरों में अच्छी है…
धोखा देती हैं मग़र रहती हाथों में ही हैं …!!

*******

मैं तेरे नसीब कि बारिश नहीं जो तुजपे बरस जाऊं,
तुजे तक़दीर बदलनी होगी मुझे पाने के लिए…

*******

जो मेरे बूरे वक्त मे मेरे साथ हैं में उन्हें वादा करता हु मेरा अच्छा वक्त सिर्फ उनके लिये होगा…!

*******

कुछ नही था मेरे पास खोने को,
लेकिन जबसे तुम मिले हो डर गया हूँ मैं…

*******

मेरे बारे में अपनी सोच को थोड़ा बदलकर देख,
मुझसे भी बुरे हैं लोग तू घर से निकलकर देख…!

*******

जो दिल के आईने में हो वो ही प्यार के काबिल ,
वरना दीवार के काबिल तो हर तस्वीर होती है ……..

*******

एक ऐसा भी वक़्त होता है,
जब मुस्कराहट भी आह होती है..!!

*******

अजीब सी आदत,
और गज़ब की फितरत
है अपनी ,

नफरत हो या मोहब्बत,
बड़ी सिद्दत से करते हैं ।।

*******

धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरे की चमक,

हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते….!!

*******

कुछ लोग बडे होने के वहम में मर गये…

और जो लोग बडे थे वो अहम में मर गये…

*******

ज़िंदगी में कभी मुस्कुराने की दुआ ना देना,
मुझे पल भर मुस्कुराने की सज़ा मालूम है।

*******

वो शख्स जिसकी आँखों में इंकार के सिवा कुछ भी नही,
ना जाने क्यों उसकी आँखों पे जिंदगी लुटाने को जी चाहता है।।

*******

जी तो चाहता है, चीर के रख दूं तुझे…
ए दिल,
न तूं रहे तुझमे
और
न मुहब्बत रहे मुझमें.!!

*******

तेरी आँखों के जादू से तू ख़ुद नहीं है वाकिफ़;
ये उसे भी जीना सीखा देता जिसे मरने का शौक़ हो।

*******

मोहब्बत मेँ कभी कोई जबरदस्ती नहीँ होती,
जब तुम्हारा जी चाहे तुम बस मेरे हो जाना.

*******

जितना चाहे रूला ले मुझको तूँ ऐ
जिन्दगी….
हंसकर गुजार दूँगा तुझको,
ये मेरी भी जिद्द है…!!

*******

जब भी बही खाते निकलेंगे तेरे मेरे क़र्ज़ के !
तुझ पे मेरी मोहब्बत उधार निकलेगी और मुझ पे तेरे सितम !!

*******

कितने अनमोल होते हैं
ये अपनों के रिश्ते,
कोई याद न करे
तो भी इंतज़ार रहता है…!!!

*******

सिर्फ रिश्ते टूटा करते हैं साहब,
मुझे तो उनसे इश्क़ हुआ है….

*******

ए मोहब्बत, तुझे पाने की कोई राह नहीं….
तू तो उसे ही मिलेगी, जिसे तेरी परवाह नहीं…….

*******

बहोत अहेसान हैं तेरा मुजपे ए जींदगी,
तुने वो सीखा दीया जो हम कभी समज भी नहीं पाते थे..!

*******

सबूत गूनाहो के होतेहै, ,,,,,
बेगुनाह मुहब्बत का क्या सबूत दू,,!

*******

जुबाँ न भी बोले तो ,
मुश्किल नहीं…

फिक्र तब होती है जब,
खामोशी भी बोलना छोड़ दें…।

*******

लिख देना ये शब्द मेरी कब्र पे दोस्तों,

की मौत अच्छी है पर दिल का लगाना
अच्छा नहीं..!

*******

दिल साफ़ करके मुलाक़ात की आदत डालो,
धूल हटती है तो आईने भी चमक उठते हैं..!

*******

कुछ मुलाकाते दरवाजे खोल जाती है,
या तो दिल के या तो आंखो के..

*******

मैं रात भर जन्नत की सैर करता रहा यारों,

सुबह आँख खुली तो सर माँ के कदमों में था…

*******

आईना देख क्या लिया मैंने.

अब कोई भी बुरा नहीं लगता…

*******

खुद को मेरे दिल में ही छोड़ गए हो.!!
तुम्हे तो ठीक से बिछड़ना भी नहीं आता..!!

*******

हथेली पे उसका नाम तो लिख लिया ऐ दोस्त ….
पर ये न सोचा कि… तकदीर तो खुदा लिखता है।….

*******

मेरे तो सारे अंदाजे गलत निकले ,

तुम कभी अपने थे ये भी भरम निकले।

*******

मैंने तुझसे कुछ ख़ास तो माँगा नहीं है, ए ज़िन्दगी,
फिर क्यूँ तू किश्तों में, सब कुछ छीना करती है?

*******

अपने कमाए हुए पैसो से खरीदो,
शोक अपने आप कम हो जायेंगे..!!!

*******

एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,तू आज भी बेखबर है कल की तरह..!

*******

बेचैनी भी जहाँ सुकून देने लगती है.
आ देख, उस दौर से गुजर रहा हूँ मैं.

*******

दुनियाँ की हर चीज…
ठोकर लगने से टूट जाया करती है.

एक कामयाबी ही है…
जो ठोकर खा के ही मिलती है …!!

*******

मेरे हौसले पर मयकदे को भी हैरत है,
एक जाम ख़त्म होता है दूसरा भर जाता है….

*******

रोज़ रोज़ गिर कर मुकम्मल खड़ा हूँ,
ज़िन्दगी देख, में तुझसे कितना बड़ा हूँ.

*******

आज तुम हर साँस के साथ याद आ रहे हो….
अब तुम्हारी याद रोक दु या अपनी सांस…||

*******

चुपके चुपके लेकर नाम तेरा , गुज़र देंगे ज़िन्दगी …
बे-ख़बर ज़माने को बतायेंगे , प्यार ऐसे भी होता है….

*******

नींद उड़ा कर मेरी कहते है वो कि सो जाओ कल बात करेंगे,
अब वो ही हमें समझाए कि कल तक हम क्या करेंगे…

*******

शुरू तो कर दी तलाश ख़ुद की,
अब तू मिले तो मैं भी मिलु…

*******

ए खुदा, मुसीबत में डाल दे मुझे…
किसी ने बुरे वक्त में साथ आने का वादा किया है..!

*******

जो उड़ते हैं अहम के आसमानों में
जमीं पर आने में वक़्त नहीं लगता,
हर तरह का वक़्त आता है ज़िंदगी में
वक़्त के गुज़रने में वक़्त नहीं लगता..

*******

कैसे भुला देते हैं लोग तेरी खुदाई को, या रब!

मुझसे तो तेरा बनाया हुआ एक शख्स, भुलाया नहीं जाता……..

*******

मैंने इस बहाने बोई नहीं दिल में उम्मीदें,
की कौन जंगल में उगे पेड़ो को पानी देगा ……

*******

रोकना मेरी हसरत थी और चले जाना उनका शौक,
वो शौक पूरा कर गए मेरी हसरतें तोड़ कर…

*******

किसी गरीब को मत सता,
गरीब बेचारा क्या कर सकेगा,
वोह तोह बस रो देगा,
पर उसका रोना सुन लिया ऊपर वाले ने,
तोह तू अपनी हस्ती खो देगा.

*******

हम ये नहीं चाहते कि कोई आपके लिए दुआ ना मांगे;
हम तो बस इतना चाहते है कि कोई दुआ में आपको ना मांगे।

*******

कोई उसे जा के कह दो कि मैं साँस लेना चाहता हूँ ,
वो मेरे वजूद से अपनी यादों की रस्सियां खोल दे…..

*******

उन लम्हों की यादें ज़रा संभाल के रखना,
जो हमने साथ बिताये थे

क्यों की

हम याद तो आयेंगे मगर लौट कर नहीं !

*******

मोहब्बत क्या है चलो दो लफ्ज़ो में बताते है ;
तेरा मजबूर कर देना मेरा मजबूर हो जाना…

*******

काली घटाओं ने हमें पीना सीखा दिया,
जामें शराब ने हमें जीना सीखा दिया….

*******

कास तुम भी हो जाओ
तुम्हारी यादो की तरह,
.
न वक़्त देखो न बहाना,
.
बस चली आओ!

*******

तुमसे मिलने का सबसे बड़ा फायदा ये हुआ ,

कि मुझे अपनी जिंदगी से प्यार हो गया है …………

*******

सुना है तेरी सूरत को देखने वाले.,
कोई और नशा नहीं करते।

*******

तेरी आँखों की तौहीन है ये … जरा सोचो ,.,
तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है .,.!!!

*******

दिल में चाहत का होना जरूरी है..
वरना
याद तो रोज दुश्मन भी करते हैं…!!

*******

नफ़रत हो जायेगी तुझे अपने ही किरदार पे….
अगर में तेरे हि अंदाज मे तुझसे बात करुं…

*******

तुम्हारा जिक्र हुआ तो महफ़िल छोड़ आये गैरों के लबों पे तुम्हारा नाम अच्छा नहीं लगता…..

*******

लाख करो गुज़ारिशें लाखों दो हवाले,

बदल ही जाते हैं आखिर बदल जाने वाले..!!!

*******

चलो मान लेता हु मुझे मोहब्बत करना नहीं आता,
लेकिन आप ये बतावो की आप को दिल तोडना किस ने सिखाया..!!

*******

मुस्कुराने से शुरु और रुलाने पे खतम..
ये वो ज़ुल्म है जिस्से लोग मुहब्बत कहते है .!!

*******

माना की तू चाँद जेसी हैं तुझे देखने
को लोग तरसते हैं., मगर हम भी सूरज जेसे हैं… लोग हमे देखकर अपना सर झुकाते हैं…

*******

मत पूछ दास्ताँ ऐ इश्क़ ! बस जो रुलाता है .
उसी के गले लग कर रोने को दिल चाहता है …

*******

ज़िन्दगी में भागे जा रहे हैं, कामयाबी की तलाश में.
सुकून से ही दूर जा रहे है,सुकून की तलाश मे.

*******

मेरे खुदा ले चल ऐसे मंजर पर मेरे कदम,

जहां न कुछ पाने की खुशी हो, न कुछ
खोने का गम ……..

*******

तू बदनाम ना हो इसलिये जी रहा हूँ मैं,
वरना तेरी चौखट पे मरने का इरादा रोज़ होता है….

*******

बहुत कुछ बदला है मैंने अपने आप में,
लेकिन ..!
तुम्हे वो टूट के चाहने की आदत,
अब तक नहीं बदली ..!!

*******

सुलग रही है अगरबत्तियां सी मुझ में ,

तुम्हारी याद ने महका भी दिया , जला भी दिया ….

*******

देख लेती हु तस्वीर तेरी .. जब भी परेशान होती हूँ..
मानो मेहेज़ तस्वीर से ही तू मेरे दर्द खिंच लेता हो …

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ये दिन जब थका देता हैं… वो शाम को फ़ोन कॉल पे तेरी मीठी आवाज़… फिज़ाओं की तरह… मेरे सारे थकान को उड़ा ले जाती हैं… “माँ”

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कुछ फ़ुर्सत के लम्हों का इंतज़ार करता हूँ… पूरे दिन खुद को ख़र्च करके… मैं पूरा शाम, तुझपे खर्च करने का इंतज़ार करता हूँ….

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थाली हैं… माँ के हाथों से बनी रोटियाँ नहीं
बिस्तर हैं… माँ की नर्म गोदी नहीं गायब हैं….

*******

वो कुछ रातों से मेरे नींदों में दबे पाँव चलके आती हैं…
और फिर सुबह को शिकायत करती हैं कि उसे नींद ठीक से आई नहीं…

*******

तुझपे खर्च करने के लिए बहुत कुछ नहीं है मेरे पास… थोड़ा वक़्त हैं… थोड़ा मैं हूँ…

*******

ज़िन्दगी बदलने के लिए लड़ना पड़ता है,
आसान करने के लिए समझना पड़ता…

*******

मै आज भी अपने मुकद्दर से शर्त लगाता हूँ..भरी बरसात में कागज की पतंग उड़ाता हूँ …

*******

“महसूस जब हुआ कि सारा शहर,
मुजसे जलने लगा है ,

तब समझ आ गया कि
अपना नाम भी चलने लगा है”

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शीकवा करने गये थे और इबादत सी हो गई,
तुजे भुलाने की जीद, अब तेरी आदत सी हौ गई..!!

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हराना है तो मैदान में आके हराना,

वरना दिल जीतने की आदत तो बचपन से है.

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ये जमाना जल जायेगा किसी शाेले की तरह,
जब उसके हाथ में खनकेगा मेरे नाम का कंगन..!!

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“तुम मेरी ज़िन्दगी का वो इकलौता सच हो,

जिसके बारे में मैंने दुनिया के हर सख्श से झूठ कहा है..”

*******

अगर प्यार करती है तो आ सामने,
यूंह छीप छीप के सटेटस पढने का क्या मतलब है..!!

*******

भूखा पेट, खाली जेब, और झूठा प्रेम –
इंसान को जीवन में बहुत कुछ सिखा जाता है।

*******

“एक रास्ता यह भी है, मंजिलों को पाने का,

कि सीख लो तुम भी हुनर, हाँ में हाँ मिलाने का.”

*******

अकेले रहने का भी एक अलग सकुन है….
.
.
ना किसी के लौट आने कि उम्मीद…!
ना किसी से अलग होने का डर…!!

*******

ऐ कलम जरा रुक रुक कर चल, क्या गजब का मुकाम आया हैं। थोड़ी देर ठहर जा उसे दर्द ना हो, तेरी नोंक के नीचे उसका नाम आया हैं।

*******

जिस चेहरे को देख कर हसते थे हम…. आज उसी ने रुला दिया… खुद ने तो फोन किया नहीँ… हमने किया तो कौलर ट्युन “तुझे भुला दिया”…

*******

आज उसने अपने हाथ से पिलायी हे यारो,

लगता हे आज नशा भी नशे मे हैं…!

*******

अजीब पैमाना है यहाँ शायरी की परख का,

जिसका जितना दर्द बुरा, शायरी उतनी ही अच्छी,

*******

काश कयामत के दिन हिसाब हो सब
बेवफाओं का,…

और तुम मेरे गले लग के
कहो की मेरा नाम मत लेना..

*******

हर सांस सुंदर है,
जबसे तू दिल के अंदर है…

*******

क्या पता कि कब कहा से मारेगी,

बस की मे ज़िन्दगी से डरता हूँ,

मौत का क्या हें, एकबार मारेगी…

*******

भगवान से कुछ मांगना ही है तो हमेशा अपनी माँ के सपने पूरे होने की दुआ माँगना

तुम खुद बे खुद आसमान की ऊंचाइया छु लोगे ।।

*******

करो फिर से कोई वादा कभी न बिछड़ने का,
तुम्हें क्या फर्क पड़ता है फिर से मुकर जाना…

*******

यूँ तो सिखाने को ज़िन्दगी
बहुत कुछ सिखाती है…!!
मगर—
झूठी हंसी हँसने का हुनर तो
बस मोहब्बत ही सिखाती है…!!

*******

दिल में मोहब्बत का होना जरूरी है..

वर्ना,याद तो रोज दुश्मन भी किया करते है !

*******

हुकूमत की है हमने कोई लूट
नहीं, वो नीलाम
भी हुए…
तो आखरी बोली हमारी रहेगी…

*******

मत कर नफरत मुझसे इतनी मै भी तेरी तरह इन्सान हू ,
फर्क इतना है तुम”महफिलो की रोनक हो,और में तन्हाईका बादशाह । ….

*******

तेरी दोस्ती का गुलाम हुं वरना. . शहेनसा से भी गुलामी करवाने की नवाबीयत रखता हुं….

*******

किसी को नींद आती है मगर खाव्बों से नफरत है,
किसी को खाव्ब प्यारे हैं मगर वो सो नहीं सकता|

*******

“अक्ल कहती है की मारा जाएगा,
इश्क कहता है की देखा जाएगा”..

*******

तेरी मोहब्बत से लेकर तेरे अलविदा कहने तक,

मेंने सिर्फ तुजे चाहा है, तुजसे कुछ नहीं चाहा !!!

*******

हेंसीयत तो इतनी हैं की..
जब आंख उठाते हैं तो नवाब भी सलाम ठोकते है..

*******

तू मुझे अपना बना या ना बना तेरी मजीॅ तू जमाने में’ बदनाम ‘ तो मेरे नाम से है !!

*******

अपनी ज़िन्दगी की बस इतनी सी कहानी है,
कुछ हम खुद बबाॅद हुवे थे और कुछ उनकी मेहरबानी थी…

*******

“ये ज़िन्दगी चल तो रही थी…
पर तेरे आने से मेने जिना सुरु कीया”..

*******

सामान बाँध लिया है मैंने, बताओ..
कहाँ रहते है वो लोग जो कहीं के नहीं रहते??? 

*******

तुम मेरे हो इस बात में कोई शक नहीं…
पर तुम किसी और के नहीं होगे ‘
बस इस बात का यकीन दिला दो…

*******

तेरा नाम था आज किसी अजनबी की जुबान पे…
बात तो जरा सी थी पर दिल ने बुरा मान लीया..

*******

मुझ से मिलना तो तेरे ही नसीब में
था शायद…….

इतनी हसीन तो मेरे हाथों की लकीरें
नही थी……!!!!

*******

मेने तक़दीर पे यक़ीन करना छोड़ दिया है …!

जब इंसान बदल सकते है तो ये तकदीर क्यो नही….!!

*******

सिर्फ तेरे सामने शरीफ बनने का दिखावा करता हूं..!
वरना आके देख ले… जहां पेर रखता हूं..! सलाम करने वाले की लाइन लग जाती हैं…

*******

महरम न सही एक जख्म ही दे दो ..
महूसस तो हो के कोई हमें भुला नही..

*******

गोली मार मार के हम अपने दुश्मन की लाश को सड़क पर उस तरह फेकेंगे …
जेसे जुआरी जुआ खेलते टेबल पे ताश के पत्ते फेकता है…

*******

में चिज महंगी और महान बेचता हूं।।

लेाग ईमान बेचते हैं और मैं मुसकान बेचता हूं।।

*******

अजीब शक्श था वो___
जिंदगी बदल कर, खुद भी बदल गया….

*******

पानी में तैरना सीख ले मेरे दोस्त,
आँखों में डूबने वालों का अंजाम बुरा होता है !!

*******

ना जाने कैसे, इम्तेहान है…
अपने ये आजकल..
मुक़दर, मोहब्बत और दोस्त
तीनो नाराज़ से रहते है!!

*******

दर-बदर, चोट खाने के बाद…

मुझें दवा मिली भी तो… मैखांने मे.!!

*******

कितना भी कर ले, चाँद से इश्क़….
रात के मुक़द्दर मे, अँधियारे ही लिखे हैं!

********

उस शख्स को पाना, इतना मुश्किल भी नही, मेरे दोस्त..
मगर जब तक दूरी न हो, मुहब्बत का मजा नही आता..!

*******

ज़ंजीर बदली जा रही थी…
मैं समझा था, रिहाई हो गयी है..!

*******

अतीत के पन्ने, पलट कर देखे
तो कुछ लम्हे आज भी हमें पुकारते हैं,
अब तो हम बस, कुछ वहमों के सहारे जिन्दगी गुजारते हैं..!

*******

लिख दूं….तो लफ्ज़ तुम हो
सोच लूं….तो ख़याल तुम हो
मांग लूं….तो मन्नत तुम हो
चाह लूं….तो मुहब्बत भी….तुम ही हो..

*******

कुछ लोग किस्मत की तरह होते हैं जो दुआ से मिलते हैं…
और कुछ लोग दुआ की तरह होते हैं
जो किस्मत बदल देते हैं…

*******

अजीब तरह के लोग हैं इस दुनिया में,

अगरबत्ती भगवान के लिए खरीदते हैं, और फ्लेवर खुद की पसंद का…!!

*******

कितना मौन सा पसर गया है बीच हमारे…
कभी यहाँ खिलखिलाहटें बसा करती थीं!!

*******

“मुद्तों के बाद उसको किसी के साथ खुश देखा तो एहसास हुआ …
काश की उसको बहुत पहले हे छोड़ दिया होता ….”

*******

बहुत “पाक़” रिश्ते होते हैं नफरत के !!

कपडे अक्सर मोहब्बत में ही उतरते हैं !!!!

*******

कुछ लोग सिखाते है मुझे मोहब्बत के क़ायदे कानून…..!!

नही जानते वो इस गुनाह में हम सज़ा-ए-मौत के मुज़रिम हैं…..!

*******

ज़िन्दगी तो बस इम्तहान ले रही थी हम कमबख्त उसे मजाक समझ बेठे।।

*******

खुसबू कैसे ना आये मेरी बातों से यारों,
मैंने बरसों से एक ही फूल से मोहब्बत की है..

*******

काश तेरा दिल दिवार होता,
बंदा अपना नाम तो लिखता !

*******

माना तू हसीन है… मगर इस क़दर कहाँ……..
जितना मेरी निगाहों ने तुझे बना रखा है….

*******

तूम मिल गयी थी,
तो खुदा नाराज़ हो गया था मुझसे,

कहता था…
अब तो तूं कुछ मांगता ही नहीं है..

*******

आज कल सब कहते हैं, मैं बुझा-बुझा सा रहता हूँ;
अगर जलता रहता तो कब का खाक हो जाता!

*******

आओ हम चाँद का क़िरदार अपना ले..

दाग अपने पास रख ले, और रोशनी बाँट दें..

*******

इतने छोटे बनिए की हर कोई आपके साथ बैठे,
ओर इतने बड़े बनिए की जब आप खड़े हो तो कोई बैठा ना रहे…!

*******

धडकनों की यही तो खास बात है,,

भरे बाज़ार में भी,
किसी एक को सुनाई देती है…

*******

आज कोई एक बुरी आदत छोडनी है..
कमब्खत तय केसै करु..
ना ” शराब ” छौड सकता हु ना तुम्है ….

*******

पसीने की सियाही से जो लिखते हैं इरादों को,,

हाँ…. उनके मुक़द्दर के सफ़े कोरे नहीं होते…

*******

ये जो तुमने खुद को बदला हे…

ये बदला हे…..
या “बदला” हे ..!!!

*******

एय खुदा …
तुजसे एक सवाल है मेरा …
उसके चहेरे क्यूँ नहीं बदलते ??
जो इन्शान ” बदल ” जाते है …. !!

*******

फ़ुरसत अगर मिले तो मुझे पढ़ना ज़रुर,,

मैं नायाब उलझनों की मुकम्मल किताब हुँ…

*******

काँटों पर चलकर फूल खिलते हैं,
विश्वास पर चलकर …भगवान .. मिलते हैं,
एक बात याद रखना दोस्त,,,,,!!
सुख में सब मिलते है,
लेकिन दुख में सिर्फ ..भगवान .मिलते है…

*******

कितना मुश्किल है मनाना उस शख्स
को ..

जो रूठा भी ना हो और बात
भी ना करे …

*******

जनाब मत पूछिए हद हमारी गुस्ताखियों की,
हम आईना ज़मीं पर रखकर आसमां कुचल दिया करते है…

*******

लफ्जो से तो L.K.G. के बच्चे भी खेलते हैं,
पर मजा तब हैं, जब लीखने का अंदाज कुछ शायराना हो !…

*******

दौलत चाहे बेईमानी से घर आये,
पर उसकी पहरेदारी के लिए सबको इमानदार शक्स चाहिए…

*******

कोई मज़बूत सी ज़ंजीर भेजो,
तुम्हारी याद पागल हो गई है…

*******

आखिर थक हार के, लौट आया मै बाज़ार से,
यादो को बंद करने के ताले, कही मिले नही !!

*******

किसी ने मुझसे पूछा “कैसी है अब जिंदगी”….
मैने मुस्कुरा कर जवाब दिया… “वो खुश है ….

*******

अपनी नाकामी का एक सबब ये भी है

दोस्तो,
चीज जो मांगते है सब से जुदा मांगते है…

*******

नाम बदनाम होने की चिंता छोड़ दी मैंने… अब जब गुनाह होगा, तो मशहुर भी तो होगे…!

*******

मैं हर किसी के लिए अपने आपको
अच्छा साबित नहीं कर सकता,
लेकिन
मै उसके लिए बेहतरीन हूं जो मुझे समजते है…

*******

कोई वकालत नहीं चलती ज़मीन वालों की ,
जब कोई फैसला आसमान से उतरता है ..!!

*******

मुझे घमंड था की मेरे चाहने वाले बहुत हैं इस दुनिया में,
लेकिन बाद में पता की सब चाहते हैं अपनी जरूरत के लिए…

*******

तुझे क्या पता की मेरे दिल में कितना प्यार हैं तेरे लिए,

जो कर दूँ बयाँ तो तुझे नींद से नफरत हो जाए..!!

*******

कुछ लाेग सिर्फ, ये साेचकर , बुरे बन जाते है,
कि
अच्छे लाेगाें काे ताे भगवान भी जल्दी ऊपर बुला लेते है…।।

*******

तुम मेरी बातों का जवाब नहीं देते तो कोई बातनहीं,
आओगे जब हमारी कब्र परतो हमभी ऐसा ही करेंगे।??????

*******

मैंने जान बचा के रखी है, एक जान के लिए,
इतना इश्क कैसे हो गया, एक अनजान के लिए…!!

*******

तू डालता जा शराब मेरे प्याले में,जब तक ना निकले वो मेरे खयालो से |

*******

टूट जायेंगी तेरी “जिद” की आदत उस वक़्त…
जब मिलेगी ख़बर तूजको की याद करने वाला, अब याद बन गया है !!

*******

कोई मुझे भी पत्थर सा दिल ला दो यारों..

आखिर मुझे भी इंसानो की बस्ती में ही जीना है…!!

*******

मुझसे दूरियाँ बनाकर तो देखो…
फिर पता चलेगा कितना नज़दीक हूँ मैं..

*******

वक़्त कब क्या रंग दिखाए हम नहीं जानते,

वर्ना जिस “राम” को रात को राज्य मिलने वाला था,

उसे सुबह वनवास ना मिलता….!!!!!

*******

लहरों को शांत देख कर ये न समझना की समंदर में रवानी नहीं है..
जब भी उठेंगे तूफान बन के उठेंगे..
अभी उठने की ठानी नहीं है …

*******

मेरे कंधे पर कुछ यूँ गिरे तेरे आंसू,
कि सस्ती सी कमीज अनमोल हो गयी…

*******

हाथों की लकीरों मैं तुम
हो ना हो…..

जिदंगी भर दिल में जरूर रहोगे…….

*******

अपने लफ़्ज़ों पर ग़ौर कर के बता ..
लफ्ज़ कितने थे, तीर कितने थे !!

*******

जहर के असरदार होने से कुछ नही होता दोस्त,
खुदा भी राजी होना चाहिए मौत देने के लिये.!!

*******

सुनो ! महफूज कर लो न हमें खुद में..
के बिन तेरे,
बेवजह बिखर रहे हैं हम..

*******

जानते हो मुहब्बत किसे कहते है..? किसी को सोचना, फ़िर मुस्कुराना और फ़िर आँसू बहाते हुए सो जाना…!!

*******

वक़्त बहुत कुछ, छीन लेता है …
खैर मेरी तो सिर्फ़ मुस्कुराहट थी ….!!

*******

कब तक मिलती पनाह हमेँ बहुत भीड़ थी उसके दिल मेँ….

हम खुद ना निकलते तो निकाल दिए जाते….!!!!

*******

अपने पैरों पर खड़े होकर मरना,घुटने टेक कर जीने से कहीं बेहतर है…..!!

*******

कुछ इस तरह ख्‍़याल तेरा जल उठा कि बस
जैसे दीया-सलाई जली हो अँधेरे में,
अब फूंक भी दो, वरना ये उंगली जलाएगा!

*******

वो नदी थी वापस मुड़ी नहीं,
मैं समंदर था आगे बढ़ा नही।

*******

जिंदगी देने वाले,
मरता छोड़ गये,
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये,
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,
वो जो साथ चलने वाले, रास्ता मोड़ गये.

*******

उठाना खुद ही पड़ता है थका टुटा बदन
अपना।
की जब तक साँसे चलती है कन्धा कोई
नही देता।

*******

मैने सीखा है इन पत्थर की मुर्तीयों से,

भगवान बनने से पहले पत्थर बनना जरुरी है…

*******

मरने वाले को रोने वाले
हजार मिल जायेंगे मगर

जो जिंदा है उसे समजने
वाला एक भी नही मीलता. !!!!!!

*******

चलने दो जरा आँधियां हकीकत की….
न जाने कौनसे झौंके में अपनों के मुखौटे उड़ जाएं….

*******

कठपुतली के दर्द को भला किसने जाना है !

डोर नचाती है,खुश होता जमाना है !

*******

मेरी आधी फिक्र,आधे ग़म तो यूँही मिट जाते हैं,
जब प्यार से तू मेरा हाल पूछ लेती है !!!!

*******

दुशमन सामने आने से भी डरते थे . . .
और वो पगलि दिल से खेल के चलि गई . .

*******

जब वो नाराज होता है,

तब मुझे दुनिया की सबसे महेंगी चीज उसकी मुस्कान लगती है…

*******

बहाना कोई ना बनाओ तुम मुझसे खफा होने का…
तुम्हें चाहने के अलावा कोई गुनाह नहीं है मेरा…!!

*******

जुआ तो वो खेलते है
जीसे अपनी किस्मत आझमानी है
हम तो किस्मत से ही जुआ खेलते है..!!

*******

टाईम से आ जाया करो दिल दुखाने
वरना….;
ऐसे तो हम तुम्हें भूलते जायेंगें …..

*******

हजारों साल बीते,
पर इसका खारापन नहीं जाता,

न जाने किसके आंसू हैं,
समंदर तेरे पानी में..!

*******

मजबूर जरूर हु पर किसी का गुलाम नहि !!
सलतनत भले हि छोटि है पर
आज भी अकेला सुलतान हु !!

*******

मौत ने पुछा-
मैं आऊँगी तो, स्वागत करोगे कैसे…!!

मैंने कहा-
राह में फूल बिछाकर पूछुंगा…
कि आने में इतनी देर कैसे…!!!??

*******

बस एक यही बात उसकी मुझे अच्छी लगती है,,,,

उदास कर के भी कहती है,,,,

तुम नाराज़ तो नहीं हो ना….

*******

बहुत नजर अंदाज करने लगी हो तुम आजकल..
बाज आ जाओ वरना इन्ही आँखो से ढुढती फिरोगी एक दिन …

*******

अक्सर पूछते है लोग किसके लिए लिखते हो…
अक्सर कहता है दिल काश कोई होता…

*******

नाम भी होगा और काम भी होगा
होसला कभी मत हारना,
क्योंकि डूबते सूरज को देखकर लोग दरवाजे बंद कर देते है…

*******

झूठ कहते हैं लोग कि मोहब्बत सब कुछ छीन लेती है,..
मैंने तो मोहब्बत करके, ग़म का खजाना पा लिया !!

*******

चलो छोड़ दो हमको मगर इतना बता दो
के तुम मुझे याद करते थे या वक़त बरबाद करते थे…

*******

हाल पूछती नहीं दुनिया जिंदा लोगों का,
चले आते हैं ज़नाज़े पे बारात की तरह……

*******

आज कोई एक बुरी आदत छोडनी है..
कमब्खत तय केसै करु..
ना सीगरेट छौड सकता हु ना तुम्है…

*******

बस इतना जान लो
के तन्हा नही हो तुम…
मैं हूँ कहीं भी लेकिन;
तेरे संग-संग हूँ….!!!

*******

उमर की राह मे रास्ते बदल जाते हैं वक़्त की आँधी मे इंसान बदल जाते हैं सोचते हैं आपको इतना याद ना करें लेकिन आँख बंद करते ही इरादे बदल जाते है…

*******

मोहब्बत नही थी तो एक बार समझाया तो होता !!
बेचारा दिल तुम्हारी खमोशी को इश्क समझ बैठा !!

*******

कुछ तो रहम कर एय संगदिल सनम
इतना तडपना तो लकीरों मे भी न था..

*******

दुनिया के लिए आप एक व्यक्ति है…
पर परिवार के लिए आप उनकी दुनिया है .

*******

मेरी हर आह को वाह मिली है यहाँ..
कौन कहता है दर्द बिकता नहीं है…

*******

इश्क़ पाने की तमन्ना में कभी कभी ज़िंदगी खिलौना बन जाती है;
जिसे दिल में बसाना चाहते हैं वो सूरत सिर्फ याद बन रह जाती है।

*******

मे तेरी ज़िन्दगी से चला जाऊ ये तेरी दुआथी..!
और तेरी हर दुआ कबूल हो ये मेरी दुआ थी….

*******

करीब इतना रहो कि रिशतो मै प्यार रहे।
दूर भी इतना रहो कि आने का इन्तजार रहे।

*******

कितने वर्षो का सफ़र ख़ाक हुआ….
जब उसने पुछा कहो कैसे आना हुआ.,.

*******

जरा तो शर्म करती तू
मुहब्ब्त चुप चुप के और
नफरत सरे आम ..!!!

*******

में छोड़ तो सकता हूँ लेकिन छोड़ नहीं पाता उसे,
वो मेरी बिगड़ी हुई आदत की तरहा है !

*******

बस 2 दिन की ये जिंदगानी है।
आज तेरी सुनी है कल अपनी सुनानि है।

*******

#ChetanThakrar
#9558767835

 

ટૅગ્સ:

लेकिन खोज के लाओ, पहले वो इन्सानी कुत्ते ..!


कोर्ट में एक अजीब मुकदमा आया,
एक सिपाही एक कुत्ते को बांध कर लाया.
सिपाही ने जब कटघरे में आकर कुत्ता खोला,
कुत्ता रहा चुपचाप, मुँह से कुछ ना बोला..!
नुकीले दांतों में कुछ खून-सा नज़र आ रहा था,
चुपचाप था कुत्ता, किसी से ना नजर मिला रहा था.
फिर हुआ खड़ा एक वकील ,देने लगा दलील,
बोला, इस जालिम के कर्मों से यहाँ मची तबाही है.
इसके कामों को देख कर इन्सानियत घबराई है,
ये क्रूर है, निर्दयी है, इसने तबाही मचाई है.

दो दिन पहले जन्मी एक कन्या, अपने दाँतों से खाई है,
अब ना देखो किसी की बाट,
आदेश करके उतारो इसे मौत के घाट…

जज की आँख हो गयी लाल,
तूने क्यूँ खाई कन्या, जल्दी बोल डाल..
तुझे बोलने का मौका नहीं देना चाहता,
लेकिन मजबूरी है, अब तक तो तू फांसी पर लटका पाता…

जज साहब, इसे जिन्दा मत रहने दो.

कुत्ते का वकील बोला, लेकिन इसे कुछ कहने तो दो,
फिर कुत्ते ने मुंह खोला ,और धीरे से बोला,
हाँ, मैंने वो लड़की खायी है,
अपनी कुत्तानियत निभाई है,
कुत्ते का धर्म है ना दया दिखाना,
माँस चाहे किसी का हो, देखते ही खा जाना.

पर मैं दया-धर्म से दूर नही,
खाई तो है, पर मेरा कसूर नही,
मुझे याद है, जब वो लड़की छोरी कूड़े के ढेर में पाई थी,
और कोई नही, उसकी माँ ही उसे फेंकने आई थी,
जब मैं उस कन्या के गया पास
उसकी आँखों में देखा भोला विश्वास,
जब वो मेरी जीभ देख कर मुस्काई थी,
कुत्ता हूँ, पर उसने मेरे अन्दर इन्सानियत जगाई थी.

मैंने सूंघ कर उसके कपड़े, वो घर खोजा था,
जहाँ माँ उसकी थी, और बापू भी सोया था,
मैंने भू-भू करके उसकी माँ जगाई,
पूछा तू क्यों उस कन्या को फेंक कर आई!!!?
चल मेरे साथ, उसे लेकर आ,
भूखी है वो, उसे अपना दूध पिला.

माँ सुनते ही रोने लगी,
अपने दुख सुनाने लगी,
बोली, कैसे लाऊँ अपने कलेजे के टुकड़े को!!?

तू सुन, तुझे बताती हूँ अपने दिल के दुखड़े को,
मेरी सासू मारती है तानों की मार,
मुझे ही पीटता है, मेरा भतार,
बोलता है लङ़का पैदा कर हर बार,
लङ़की पैदा करने की है सख्त मनाही.
कहना है उनका कि कैसे जायेंगी ये सारी ब्याही!!!

वंश की तो तूने काट दी बेल,
जा खत्म कर दे इसका खेल.
माँ हूँ, लेकिन थी मेरी लाचारी,
इसलिए फेंक आई, अपनी बिटिया प्यारी.

कुत्ते का गला भर गया,
लेकिन बयान वो पूरे बोल गया….!
बोला, मैं फिर उल्टा आ गया,
दिमाग पर मेरे धुआं सा छा गया.

वो लड़की अपना, अंगूठा चूस रही थी,
मुझे देखते ही हंसी, जैसे मेरी बाट में जग रही थी.
कलेजे पर मैंने भी रख लिया था पत्थर, फिर भी काँप रहा था मैं थर-थर.

मैं बोला, अरी बावली, जीकर क्या करेगी…!!?
यहाँ दूध नही, हर जगह तेरे लिए जहर है, पीकर क्या करेगी..!!?

हम कुत्तों को तो, करते हो बदनाम,
परन्तु हमसे भी घिनौने, करते हो काम.
जिन्दी लड़की को पेट में मरवाते हो,
और खुद को इंसान कहलवाते हो.
मेरे मन में, डर कर गयी उसकी मुस्कान
लेकिन मैंने इतना तो लिया था जान.

जो समाज इससे नफरत करता है,
कन्याहत्या जैसा घिनौना अपराध करता है,
वहां से तो इसका जाना अच्छा,
इसका तो मर जान अच्छा.

तुम लटकाओ मुझे फांसी, चाहे मारो जूत्ते,
लेकिन खोज के लाओ, पहले वो इन्सानी कुत्ते,
लेकिन खोज के लाओ, पहले वो इन्सानी कुत्ते ..!

 

विष्णु जी और लक्ष्मीजी संवाद


लक्ष्मी जी :
सारा संसार पैसे (मेरे) से चल रहा है,
अगर मैं नहीं तो कुछ नहीं …….

विष्णु जी (मुस्कुरा के) :
सिद्ध करके दिखाओ .

लक्ष्मी जी ने पृथ्वी पर एक शवयात्रा का दृश्य दिखया – जिसमे लोग शव पर पैसा फेंक रहे थे,
कुछ लोग उस पैसे को लूट रहे थे,
तो कुछ बटोर रहे थे
तो कोई छीन रहा था..

लक्ष्मी जी :
देखा …..
कितनी कीमत है पैसों की…

विष्णु जी:
परन्तु लाश नहीं उठी पैसे उठाने के लिए..??

लक्ष्मी जी:
अरे ……
लाश कैसे उठेगी वो तो मरी हुई है…
बेजान है ..!!

तब विष्णु जी ने बड़ा खूबसूरत जवाब दिया…
बोले :

जब तक मैं (प्राण)  शरीर में हूं..
तब तक ही तेरी कीमत है।
और जैसे ही मैं शरीर से निकला..
तेरी कोई कीमत नहीं है…!!

 

ટૅગ્સ:

श्रीकृष्ण की माया


सुदामा ने एक बार श्रीकृष्ण ने पूछा कान्हा, मैं आपकी माया के दर्शन करना चाहता हूं… कैसी होती है?”
श्री कृष्ण ने टालना चाहा, लेकिन सुदामा की जिद पर श्री कृष्ण ने कहा, “अच्छा, कभी वक्त आएगा तो बताऊंगा|”

और फिर एक दिन कहने लगे… सुदामा, आओ, गोमती में स्नान करने चलें| दोनों गोमती के तट पर गए| वस्त्र उतारे| दोनों नदी में उतरे… श्रीकृष्ण स्नान करके तट पर लौट आए| पीतांबर पहनने लगे… सुदामा ने देखा, कृष्ण तो तट पर चला गया है, मैं एक डुबकी और लगा लेता हूं… और जैसे ही सुदामा ने डुबकी लगाई… भगवान ने उसे अपनी माया का दर्शन कर दिया|

सुदामा को लगा, गोमती में बाढ़ आ गई है, वह बहे जा रहे हैं, सुदामा जैसे-तैसे तक घाट के किनारे रुके| घाट पर चढ़े| घूमने लगे| घूमते-घूमते गांव के पास आए| वहां एक हथिनी ने उनके गले में फूल माला पहनाई| सुदामा हैरान हुए| लोग इकट्ठे हो गए| लोगों ने कहा, “हमारे देश के राजा की मृत्यु हो गई है| हमारा नियम है, राजा की मृत्यु के बाद हथिनी, जिस भी व्यक्ति के गले में माला पहना दे, वही हमारा राजा होता है| हथिनी ने आपके गले में माला पहनाई है, इसलिए अब आप हमारे राजा हैं|”

सुदामा हैरान हुआ| राजा बन गया| एक राजकन्या के साथ उसका विवाह भी हो गया| दो पुत्र भी पैदा हो गए| एक दिन सुदामा की पत्नी बीमार पड़ गई… आखिर मर गई… सुदामा दुख से रोने लगा… उसकी पत्नी जो मर गई थी, जिसे वह बहुत चाहता था, सुंदर थी, सुशील थी… लोग इकट्ठे हो गए… उन्होंने सुदामा को कहा, आप रोएं नहीं, आप हमारे राजा हैं… लेकिन रानी जहां गई है, वहीं आप को भी जाना है, यह मायापुरी का नियम है| आपकी पत्नी को चिता में अग्नि दी जाएगी… आपको भी अपनी पत्नी की चिता में प्रवेश करना होगा… आपको भी अपनी पत्नी के साथ जाना होगा|

सुना, तो सुदामा की सांस रुक गई… हाथ-पांव फुल गए… अब मुझे भी मरना होगा… मेरी पत्नी की मौत हुई है, मेरी तो नहीं… भला मैं क्यों मरूं… यह कैसा नियम है? सुदामा अपनी पत्नी की मृत्यु को भूल गया… उसका रोना भी बंद हो गया| अब वह स्वयं की चिंता में डूब गया… कहाभी, ‘भई, मैं तो मायापुरी का वासी नहीं हूं… मुझ पर आपकी नगरी का कानून लागू नहीं होता… मुझे क्यों जलना होगा|’ लोग नहीं माने, कहा, ‘अपनी पत्नी के साथ आपको भी चिता में जलना होगा… मरना होगा… यह यहां का नियम है|’ आखिर सुदामा ने कहा, ‘अच्छा भई, चिता में जलने से पहले मुझे स्नान तो कर लेने दो…’ लोग माने नहीं… फिर उन्होंने हथियारबंद लोगों की ड्यूटी लगा दी… सुदामा को स्नान करने दो… देखना कहीं भाग न जाए…

रह-रह कर सुदामा रो उठता| सुदामा इतना डर गया कि उसके हाथ-पैर कांपने लगे… वह नदी में उतरा… डुबकी लगाई… और फिर जैसे ही बाहर निकला… उसने देखा, मायानगरी कहीं भी नहीं, किनारे पर तो कृष्ण अभी अपना पीतांबर ही पहन रहे थे… और वह एक दुनिया घूम आया है| मौत के मुंह से बचकर निकला है…सुदामा नदी से बाहर आया… सुदामा रोए जा रहा था|

श्रीकृष्ण हैरान हुए… सबकुछ जानते थे… फिर भी अनजान बनते हुए पूछा, “सुदामा तुम रो क्यों रो रहे हो?”सुदामा ने कहा, “कृष्ण मैंने जो देखा है, वह सच था या यह जो मैं देख रहा हूं|” श्रीकृष्ण मुस्कराए, कहा, “जो देखा, भोगा वह सच नहीं था| भ्रम था… स्वप्न था… माया थी मेरी और जो तुम अब मुझे देख रहे हो… यही सच है… मैं ही सच हूं…मेरे से भिन्न, जो भी है, वह मेरी माया ही है| और जो मुझे ही सर्वत्र देखता है,महसूस करता है, उसे मेरी माया स्पर्श नहीं करती| माया स्वयं का विस्मरण है…माया अज्ञान है, माया परमात्मा से भिन्न… माया नर्तकी है… नाचती है… नाचती है… लेकिन जो श्रीकृष्ण से जुड़ा है, वह नाचता नहीं… भ्रमित नहीं होता… माया से निर्लेप रहता है, वह जान जाता है, सुदामा भी जान गया था… जो जान गया वह श्रीकृष्ण से अलग कैसे रह सकता है!!!!

 

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एक संवाद लंकेश के साथ


कल सुबह-सुबह रास्ते में एक दस सिर वाला हट्टा कट्टा बंदा अचानक मेरी बाइक के आगे आ गया। जैसे तैसे ब्रेक लगाई और पूछा.. क्या अंकल 20-20 आँखें हैं..फिर भी दिखाई नहीं देता ?

जवाब मिला- थोड़ा तमीज से बोलो, हम लंकेश्वर रावण हैं !

ओह अच्छा ! तो आप ही हो श्रीमान रावण ! एक बात बताओ..ये दस-दस मुंह संभालने थोड़े मुश्किल नहीं हो जाते ? मेरा मतलब शैम्पू वगैरह करते टाइम..यू नो…और कभी सर दर्द शुरू हो जाए तो पता करना मुश्किल हो जाता होगा कि कौनसे सर में दर्द हो रहा है…?

रावण- पहले ये बताओ तुम लोग कैसे डील करते हो इतने सारे मुखोटों से ? हर रोज चेहरे पे एक नया मुखोटा , उस पर एक और मुखोटा , उस पर एक और ! यार एक ही मुंह पर इतने नकाब…थक नहीं जाते ?

अरे-अरे आप तो सिरियस ले गए…मै तो वैसे ही… अच्छा ये बताओ मैंने सुना है आप कुछ ज्यादा ही अहंकारी हो?

रावण- हाहाहाहाहाहाहा….

अब इसमे हंसने वाली क्या बात थी , कोई जोक मारा क्या मैंने ?

रावण- और नहीं तो क्या…एक ‘कलियुगी इन्सान’ के मुंह से ये शब्द सुनकर हंसी नहीं आएगी तो और क्या होगा ? तुम लोग साले एक छोटी मोटी डिग्री क्या ले लो, अँग्रेजी के दो-पाँच अक्षर क्या सीख लो, यूं इतरा के चलते हो जैसे तुमसे बड़ा ज्ञानी कोई है ही नहीं इस धरती पे ! एक तुम ही समझदार, बाकी सब गँवार ! और मैंने चारों वेद पढ़ के उनपे टीका टिप्पणी तक कर दी ! चंद्रमा की रोशनी से
खाना पकवा लिया ! इतने-इतने कलोन बना डाले, दुनिया का पहला विमान और खरे सोने की लंका बना दी ! तो थोड़ा बहुत घमंड कर भी लिया तो कौन आफत आ पड़ी… हैं?

चलो ठीक है बॉस,ये तो जस्टिफ़ाई कर दिया आपने, लेकिन…लेकिन गुस्सा आने पर बदला चुकाने को किसी की बीवी ही उठा के ले गए ! ससुरा मजाक है का ? बीवी न हुई छोटी मोटी साइकल हो गयी…दिल किया, उठा ले गए बताओ !

(एक पल के लिए रावण महाशय तनिक सोच में
पड़ गए, मेरे चेहरे पर एक विजयी मुस्कान आने
ही वाली थी कि फिर वही इरिटेटिंग अट्टहास )

हाहाहाहाहाहहह लुक हू इज़ सेइंग ! अबे मैंने श्री राम की बीवी को उठाया, मानता हूँ बहुत बड़ा पाप किया और उसका परिणाम भी भुगता ,पर मेघनाथ की कसम- कभी जबरदस्ती दूर…हाथ तक नहीं लगाया,उनकी गरिमा को रत्ती भर भी ठेस नहीं पहुंचाई और तुम.. तुम कलियुगी इन्सान !! छोटी- छोटी बच्चियों तक को नहीं बख्शते ! अपनी हवस के लिए किसी भी लड़की को शिकार बना लेते हो…कभी जबरदस्ती तो कभी झूठे वादों,छलावों से ! अरे तुम दरिंदों के पास कोई नैतिक अधिकार बचा भी है भी मेरे चरित्र पर उंगली उठाने का ??

फोकट में ही ! इस बार शर्म से सर झुकाने की बारी मेरी थी…पर मै भी ठहरा पक्का ‘इन्सान’ ! मज़ाक उड़ाते हुए बोला…अरे जाओ-जाओ अंकल ! दशहरा कल ही है, सारी हेकड़ी निकाल देंगे देखना…

(और इस बार लंकवेशवर जी इतनी ज़ोर से हँसे
कि मै गिरते-गिरते बचा !)

यार तुम तो नवजोत सिंह सिद्धू के भी बाप हो ,बिना बात इतनी ज़ोर ज़ोर  से काहे हँसते हो…ऊपर से एक भी नहीं दस-दस मुंह लेके, कान का पर्दा फाड़ दो, जरा और ज़ोर से हंसो तो !

रावण- यार तुम बात ही ऐसी करते हो । वैसे कमाल है तुम इन्सानो की भी..विज्ञान में तो बहुत तरक्की कर ली पर कॉमन सैन्स ढेले का भी नहीं ! हर साल मेरा पुतला भर जला के खुश हो जाते हो और मैं कहीं ना कहीं तुम सब के अंदर ही मौजूद
रहता हूँ !! वैसे अब तो मुझे ही घुटन सी होने लगी है तुम लोगों के अंदर रह कर…मै खुद ही चला जाऊंगा जल्दी ही ! डोंट वरी !

इतनी बेज्जती के बाद अब कुछ जवाब देने को बचा ही नहीं था मेरे पास, चुपचाप बाइक स्टार्ट की और खिसक लिया ।

 
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Posted by on ઓક્ટોબર 3, 2014 માં SELF / स्वयं /અંગત

 

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બે લાખ


દોસ્તો,  આપ સૌ મુલાકાતીઓ નો ખુબ ખુબ આભાર, આપ બધા ના પ્રેમ અને સાથ થી આ બ્લોગ ને ૨ વરસ ના ગાળા મા 1,00,000 HIT મળી ચુકી હતી એ વાત મેં ફક્ત બે મહિના પેલા કહી હતી…. અને આ બે મહિનામાં તમે લોકો એ જે પ્રેમ થી આ બ્લોગ ની મુલાકાત લીધી છે જેને લીધે ફક્ત બે જ મહિના માં જે સફર બે વરસ થયું  તું આ બ્લોગ ને એ બે મહિનાં માં પૂરું થયું … એટલે કે બે લાખ HIT મળી ચુકી છે આ બ્લોગ ને. અને આ તૂફાન માં શાયરી નો અને WhatsApp નો ફાળો બહુ મોટો છે , અને હું જે શાયરી ના ગ્રુપ માં છું એ મિત્રો નો અને એડમીન નો પણ ફાળો ઓછો નથી. જેમ કે આનંદભાઇ, ગોવિંદભાઇ રાઠોડ, નીમેશભાઈ ઉર્ફે ટીનુભાઈ (+919892883020) નો પણ ખુબ ખુબ આભાર કે જેમણે મને આવા સરસ ગ્રુપ માં સામીલ કર્યો અને હું એ બધા ગ્રુપમાંથી મારી ગમતી શાયરી કોપી કરી, સાચવી અહી પોસ્ટ કરી શક્યો…. આપ સહું ને જે પણ અમારા ગ્રુપ માં જોડવા માંગતું હોઈ તે ઉપર આપેલા નંબર પર WhatsApp પર મેસેજ કરી જોઈન કરી શકે છે. અને બાકી તમારી પાસે મારો નંબર તો હશે જ (+919558767835).

 

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